चर्चित सृजन घोटाले को लेकर रिऑडिट के लिए अधिकारियों ने मांगे दस्तावेज

 

अगस्त 2017 में सृजन घोटाला उजागर होने के बाद से सबौर स्थित कार्यालय बंद है।

सृजन घोटाला की जांच सीबीआई कर रही है।

ऋणधारकों की सूची तैयार होने के बाद वसूली का अभियान शुरू किया जाएगा।

जेटीन्यूज़
संजीव मिश्रा
भागलपुर : सृजन घोटाला सबौर का फिर से ऑडिट एक सप्ताह में शुरू कर दिया जाएगा। संयुक्त निबंधक सहयोग समितियां ने सृजन के प्रशासक को तीन दिन के अंदर ऑडिट टीम को दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

संयुक्त निबंधक वीरेन्द्र ठाकुर ने बताया कि ऑडिट टीम में दो वरीय और एक कनीय ऑडिटर को रखा गया है। ऑडिट का काम सृजन महिला विकास सहयोग समिति के कार्यालय में होगा। प्रशासक को पहले दो साल का दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। ऑडिट होने के बाद पुन: दो साल का दस्तावेज उपलब्ध कराया जाएगा। ऑडिट का काम एक सप्ताह के अंदर शुरू कर दिया जाएगा। सृजन कार्यालय में बैंक का डिटेल और पासबुक आदि उपलब्ध है। 2003 से लेकर 2017 तक का ऑडिट कराना है। ऑडिट पूरा होने के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि कितने खातारधारकों की राशि सृजन में जमा है और कितने लोगों ने कितनी राशि ऋण ली है।
जमाकर्ता और ऋणधारकों की सूची तैयार होने के बाद वसूली का अभियान शुरू किया जाएगा। ऋण वसूली करने के बाद ही जमाकर्ता को राशि लौटायी जा सकती है। ऑडिट में यह भी पता चल जाएगा कि सृजन के वर्तमान में कितनी संपत्ति है।

अगस्त 2017 में सृजन घोटाला उजागर होने के बाद से सबौर स्थित कार्यालय बंद है। प्रबंधकारिणी को भंग किया जा चुका है। उनके विरुद्ध पूर्व में प्राथमिकी दर्ज करायी जा चुकी है। सृजन के कामकाज के लिए प्रशासक की नियुक्ति की गयी है। सृजन घोटाला की जांच सीबीआई कर रही है। सृजन महिला विकास सहयोग समिति लि. से जुड़े कई लोग जेल में बंद हैं।

News Editor :- Neha Kumari

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