बिहार के डीजीपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनप्रतिनिधियों से हुए रूबरू।
नेता, थानेदार और चौकीदार... ये सभी सरकार के प्रमुख अंग हैं मिलकर काम करें तो समाज से अपराध खत्म हो जाएगा- डीजीपी।
पंचायत स्तर पर बनाएं वाॅट्सएेप ग्रुप, नशा मुक्त और अपराध मुक्त बिहार बनाने में करें मदद- डीजीपी।
पटना::- बिहार के पुलिस महानिदेशक ( डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सूबे के पंचायत प्रतिनिधियों और पुलिस पदाधिकारियों को सोशल मीडिया से जुड़ने को कहा है। खासकर पंचायत प्रतिनिधि अपना वॉट्सएेप ग्रुप बना लें और बारीक से बारीक घटनाओं पर नजर रखें। उन्होंने मुखिया से भी कहा कि जनहित में काम करें और समाज के विकास में अपना याेगदान दें। साथ ही उन्होंने थानेदार और चौकीदार को भी र्इमानदारी से काम करने की नसीहत दी।
दरअसल, बिहार के पुलिस कप्तान डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सूबे के पंचायत प्रतिनिधियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात की और कहा कि नेता, थानेदार और चौकीदार… ये सभी सरकार के प्रमुख अंग हैं। ये ईमानदारी से मिलकर काम करें तो समाज से अपराध खत्म हो जाएगा।
उन्होंने सूबे के जनप्रतिनिधियों से कहा कि स्थानीय अपराधियों और शराब एवं अन्य नशा धंधेबाजों के बारे में पुलिस हेल्पलाइन नंबर, वाॅट्सएेप पर सूचना दें। इसे गुप्त रखकर कार्रवाई होगी।
सूबे के थानेदारों, पुलिस इंस्पेक्टरों, एसडीपीओ से उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और आम जनता का वे उचित सम्मान करें। उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनेें और तुरंत यथोचित कार्रवाई करें। डीजीपी ने सूबे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किए गए जनसंवाद में शराबबंदी, अपराध नियंत्रण और सांप्रदायिक सौहार्द विषय पर खुलकर बातें की तथा इस दौरान मिले सुझावों पर विचार करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने सूबे के सभी थानाध्यक्षों, मुखियों, प्रमुखों, जिला पार्षदों और वार्ड सदस्यों को संबोधित करते हुए नशामुक्ति, विधि-व्यवस्था, सांप्रदायिक सद्भाव रखने में पुलिस को सहयोग करने की अपील की। सभी मुखिया से कहा कि अपनी पंचायत के 100 प्रमुख लोगों का एक ग्रुप बनाएं। जो प्रशासन की मदद के लिए तत्पर रहे। उनका वाॅट्सएेप ग्रुप भी बनाएं। कहा कि अपराधी भी इसी समाज के हैं, लेकिन अपराधी का कोई जाति-धर्म नहीं होता है। गांव-समाज में उसका सहयोग करने पर वह जुल्म करता है, इसलिए उसका हमेशा बहिष्कार करें।