सुर कोकिला की विशाल आकृति बनाकर दी,अनोखी अंदाज में जन्मदिन की बधाई।

 


जेटी न्युज
मोतिहारीlपु०च०
सुर कोकिला के नाम से फेमस लता मंगेशकर ने 28 सितंबर 2020, सोमवार को अपना 91वां जन्मदिन मनायी। उक्त अवसर उनके चाहनेवाले करोड़ों लोग भी अपने माध्यम उनको जन्मदिन की बधाई भी दी। इसी कड़ी में उनके जन्मदिन पर बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के बिजबनी घोड़ासहन निवासी विश्वविख्यात युवा रेत कलाकार मधुरेन्द्र कुमार ने भी अपनी अनोखे अंदाज में सुरों से दुनिया का दिल जीतने वाली भारतरत्न सम्मानित लता दी की विशाल आकृति बालू की रेत पर बनाकर उनकी दीर्घायु होने की कामना भगवान से की हैं।

श्री कुमार ऐसे ही सभी सुअवसरों पर अपनी अद्भुत कलाकारी पेश कर देश दुनिया में अपने नाम का डंका बजाते हैं। और देश की कला संस्कृति को हमेशा गौरवान्वित करते रहतें हैं। बात दे कि लता मंगेशकर का जन्म 1929 में मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी और मां शेवनती गुजराती थीं। घर में बचपन से संगीत का माहौल था। उनके पिता मराठी संगीतकार थे। हालांकि, साल 1942 में जब लता 13 साल की थीं, तभी पिता का साया हट गया। पिता के मृत्यु के बाद मास्टर विनायक ने लता के करियर को संभाला। उनके जरिए ही लता को किति हासिल (1942) में पहला फ़िल्मी गाना गाने का मौका मिला। हालांकि, यह गाना फ़िल्म से हटा दिया गया।

साल 1942 में एक और मराठी फ़िल्म पहिलि मंगाला गौर में लता को रोल के साथ गाने का मौका मिला। वहीं, हिंदी गाने की बात करें, तो लता मंगेशकर ने एक साल बाद 1943 में फ़िल्म गजाभाऊ में  ‘माता एक सपूत की दुनिया बदल दे’ गायी थी। मौके पर उपस्थित लोगों ने भी युवा कलाकार मधुरेन्द्र की कलाकृति की प्रशंशा करते लोगों ने कहा की एक कलाकार दुसरे कलाकार की जन्मदिन की शुभकामना बालू पर आकृति बनाकर दी हैं। यह पूरे देश के लिए हर्ष का विषय हैं।

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