मधुबनी राजद प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना महामारी में सरकारी सिस्टम टॉय टॉय फिस्स साबित हुआ

मधुबनी।

राष्ट्रीय जनता दल के जिला प्रवक्ता इन्द्रजीत राय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कोरोना जैसे महामारी मैं बिहार की नीतीश सरकार पूरी तरह फेल हो चुका है ।मधुबनी के 10 विधानसभा मैं 8 विधायक भाजपा जदयू के हैं और दो मंत्री राज्य सरकार मैं मंत्री है फिर भी पूरे जिला मैं कही भी उचित जांच, टिका एवं ऑक्सीजन की व्यवस्था नही है। इलाज की व्यवस्था करने के बदले राज्य और केंद्र की सरकार शाम 4 बजे से सुबह 6 बजे तक का कर्फ्यू का घोषणा कर आम जनता को परेशान कर रहा है। राजद नेता ने कहा है कि ‘लोकसभा में बिहार से एनडीए के 40 में से 39 सांसद हैं. राज्यसभा सदस्‍यों को मिलाकर कुल 48 सांसद तथा 5 केंद्रीय मंत्री हैं, लेकिन सभी नाकारा हैं. कोई प्रदेश हित में जुबान नहीं खोल रहा.जनता ऐसे जनप्रतिनिधियों का सामूहिक बहिष्कार करे. मुख्यमंत्री के साथ 2-2 उपमुख्यमंत्री और भारी भरकम मंत्रिमंडल सहित डबल इंजन की सरकार है,इसके बावजूद सबसे बुरे हालात बिहार के हैं लेकिन बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं जदयू के जिला प्रवक्ता लक्ष्मेश्वर राय शराब के नशे मे सरकार के जन विरोधी नीति का समर्थन कर पीठ थपथपा रहा है। देश और राज्य की सीमा की रखवाली करना केंद्र और राज्य सरकार की जिम्मेवारी बनता है। विपक्षी दल या उनके विधायक की जिम्मेवारी नही है जिसका जवाब पूर्व मंत्री को देना चाहिये कि जब सीमा की सुरक्षा राज्य और केंद्र के निगरानी मे है। तो राज्य के विभिन्न,जिलो और गांवो मैं शराब कैसे आ रहा है। क्या सरकार के मुखिया,मंत्री, पूर्व मंत्री शराब माफिया से मिलकर सराब की सप्लाई तो नही कर रहा है। अगर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शराब की सप्लाई नही कर रहा है तो नोटबंदी, जीएसटी, और कोरोना जैसे महामारी के दौर मे आम जनता जहाँ भुखमरी,बेगारी और बेरोजगारी से तंग है। जिसके कारण दो समय के भोजन की व्यवस्था नही कर पा रहा है।वैसे समय मैं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह जिला प्रवक्ता जदयू के चल और अचल संपत्ति 213 प्रतिशत कैसे बढ जाता है। आमदनी का ये तरीका आम मेहनतकाश जनता को भी पूर्व मंत्री के द्वारा बताया जाना चाहिये। जिससे इस आर्थिक नाकेबंदी के दौर मैं आम जनता भी अपनी आमदनी को कम से कम दोगुनी कर उचित भोजन का व्यवस्था कर सके। लेकिन ये बताने के बदले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री अपने काले कारनामे को छुपाने के लिए शराब पीकर गलत तरीके से लौकहा विधायक पर आरोप लगा रहे हैं । जबकि हकीकत यही है। कि मंत्री के नारहिया स्थित आवास पर कई सालों से शाम होते ही असामाजिक तत्वो, शराब माफिया, समाजविरोधी लोगो का जमघट लग जाता है। जो देर रात तक चलता है। और उसमें बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शामिल रहते है।जिससे वहां के स्थानीय लोग भी तंग आ चुके है। जिसके कारण ही मंत्री महोदय को लौकहा के आम मतदाताओ ने चुनाव हारने का काम किया है।

Edited By :- savita maurya

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