*2 अक्टूबर को किसान विरोधी कानून के समर्थक जन प्रतिनिधियों का सामाजिक वहिष्कार करने का संकल्प दिवस*


जेटी न्यूज
बेतिया/ पटना ::-अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने गांधी जयंती के दिन 2 अक्टूबर को देश के उन सारे जनप्रतिनिधियों के वहिष्कार करने का संकल्प लेगी , जो किसान विरोधी इस काले कानून के पक्षधर हैं ।

अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव का. नन्द किशोर शुक्ला तथा बिहार राज्य किसान सभा के अध्यक्ष ललन चौधरी , महासचिव विनोद कुमार संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने 25 सितंबर ऐतिहासिक भारत बन्द एवं रेल , परिवहन तथा राष्ट्रीय राजमार्ग जैसे महत्वपूर्ण आवागमन को ठप्प करने के लिए देश और बिहार के किसानों को लाल सलाम किया है । भगत सिंह की जयंती 27-28 सितंबर को दासियों हजार गांवों में भारी संख्या में किसान , मजदूर , छात्रों तथा नौजवानों ने किसान विरोधी कानून की समाप्ति तक संघर्ष करने का संकल्प लेने वाले बहादुर किसानों का क्रांतिकारी अभिनन्दन किया है ।

स्थानीय तौर से इन काले कानूनों के खिलाफ जो बंद, चक्काजाम,प्रदर्शन एवं विरोध की कार्वाईयां चल रही है , उसे और मजबूती से आगे बढ़ाते हुए अगले कार्यक्रमों को सफल बनाना है।
2 अक्टूबर को संकल्प दिवस के दिन गांव गांव में किसान विरोधी कानून समर्थक जनप्रतिनिधियों के वहिष्कार का संकल्प लेने के बाद 14 अक्टूबर को “एमएसपी अधिकार दिवस” के रूप में मनाया जायेगा । जहाँ केन्द्र सरकार के इस झूठे प्रचार का भंडाफोड़ किया जायेगा कि वह डा. स्वामीनाथन कमिशन के आधार पर निम्नतम समर्थन मूल्य दे रही है ।

 


इन काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन और अभियान चलाते हुए अ. भा. किसान संघर्ष समन्वय समिति देश के सभी किसानों का आह्वान करती है कि 26-27 नवम्बर को ” दिल्ली चलो” आन्दोलन की ब्यपक सफलता के लिए गांवों में सभाएं की जाय । इस अभियान में ज्यादा से ज्यादा किसानों की भागीदारी हो ताकि केन्द्र सरकार को मजबूर किया जाए कि कृषि संबंधी इन काले कानूनों को वापस ले । जो किसानों की जिन्दगी पर अमानवीय हमला कर उनका भविष्य बर्बाद करने वाला है.

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति तब तक आराम नहीं करेगी जबतक भारत के किसान इस संघर्ष में जीत हासिल नहीं कर लेते हैं.
हमलोग लडेंगे और हम जीतेंगे ।
प्रभुराज नारायण राव

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