आरटीपीएस काउंटर हुआ ठप, जनता है परेशान। रमेश शंकर झा/राकेश कुमार यादव की रिपोर्ट, बेगूसराय बिहार।
रमेश शंकर झा/राकेश कुमार यादव की रिपोर्ट,
बेगूसराय बिहार।
बेगूसराय/बछवाड़ा:- जिले के बछवाड़ा प्रखंड कार्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर कोई काम नहीं हो पाने के कारण प्रतिदिन सैकड़ों लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। वहीँ आज मैट्रिक परीक्षा से निकलने के बाद इंटरमीडिएट में नामांकन के लिए छात्र-छात्राओं को आवासीय एवं आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, लेकिन प्रखंड मुख्यालय स्थित आरटीपीएस काउंटर पर न तो आवेदन लिया जाता है और न ही लिए गये आवेदन का प्रमाण पत्र बना कर लोगों को दिया जा रहा है। नामांकन करवाने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों छात्र आवासीय और आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए चिलचिलाती धुप में प्रखंड कार्यालय पहुँचते हैं। लेकिन आरटीपीएस काउंटर पर आवेदन स्वीकृत नहीं किये जाने के कारण निराश हो कर लौट जाते हैं। वहीँ छात्रों की चिंता भी खाए जा रही है कि आवासीय और आय प्रमाणपत्र के बिना नामांकन में परेशानी हो सकती है। आंगनबाड़ी केंद्र में रिक्ति के लिए भी आवेदन पत्र जमा करने के लिए आवासीय की जरूरत होती है और आवासीय का आवेदन आरटीपीएस काउंटर पर जमा नहीं हो पाने के कारण आवेदक भी परेशानी में हैं क्योंकि आंगनबाड़ी केंद्र के आवेदन की अंतिम तिथि दस जून ही है और इसमें अब मात्र कुछ दिन बचा है। आरटीपीएस काउंटर पर आवेदन स्वीकृत नहीं किये जाने के संबंध में आरटीपीएस कर्मी बताते है कि सिस्टम नही चल रहा है। एक आवेदन को अपलोड करने या एक आवेदन का डाटा निकालने में 25 मिनट से लेकर एक घंटा तक का समय लग रहा है जिस वजह से दिन भर में लगभग 10 से 12 आवेदन ही स्वीकृत किये जा रहे हैं। आवेदन स्वीकृत नहीं हो पाने के कारण निराश छात्र-छात्रा में पिंकी कुमारी, अनामिका कुमारी, राधा कुमारी, सीमा कुमारी, सरिता कुमारी, पूनम कुमारी, संजय कुमार, मंजेश कुमार, सुजीत कुमार, राकेश कुमार एवं आंगनबाड़ी केंद्र के आवेदक अनीता देवी, सुमन देवी, अनुराधा कुमारी, प्रिया कुमारी, खुशबु कुमारी कहते हैं कि कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या करें, आवेदन करने का अंतिम तिथि खत्म होने को है और अब तक आवेदन भी जमा नहीं हुआ है, तो आवासीय एवं आय प्रमाणपत्र कब तक मिलेगा इसका कोई पता नहीं है। लोगों ने कहा कि हमने अधिकारीयों से मिलकर ये भी कहा कि अगर सिस्टम नहीं चल रहा है तो कम से कम हाथ से भी प्रमाणपत्र बना कर दिया जाए ताकि लोगों का काम हो सके या फिर नामांकन और आंगनवाड़ी के आवेदन का अंतिम तिथि बढ़ाया जाए लेकिन ऐसा भी नहीं किया जा रहा है। ग्रामीण लोगों ने बताया कि यह परेशानी करीब पिछले दो महीने से चल रहा है लेकिन अब तक इस तरफ कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है। इस मामले में प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ० विमल ने बताया कि सॉफ्टवेर में कुछ दिक्कतें आने के कारण आवेदन प्रोसेस नहीं हो पा रहा है। हमने सिस्टम ठीक करने के लिए भेजा हुआ है, जल्द ही सिस्टम ठीक हो जाएगा तब लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा।