सत्संगी फरमान के बाद एक झटके में छीन गया रोजगार। सत्संग आश्रम ने सैकड़ो मजदूरों को काम से निकाला।


जेटीन्यूज़

देवघर।देवघर पर्यटन में खास पहचान रखने वाला श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र सत्संग आश्रम में सैकड़ों मजदूर काम किया करते थे। बहुत ही कम पैसे देकर काम करवाया जाता था। फिर भी बेरोजगारी के कारण कम पैसे में ही वहां काम करने वाले लोग किसी तरह अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। अचानक सत्संग आश्रम के एक फरमान ने सैकड़ों मजदूरों के पेट पर लात मारते हुए, उसे काम से हटा दिया। सत्संग आश्रम के आदेश के बाद दो तीन दिन तक किसी तरह मजदूरों ने बिता लिया, लेकिन पैसे की मार के आगे वो नही टिक सका। और फिर से काम मांगने के लिए सत्संग आश्रम के एक खास व्यक्ति के आवास पर पचास साठ की संख्या में मजदूर एकत्रित हो गए।

मजदूर वहाँ काम मांगने गए थे। लेकिन सत्संग ने उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को बुला लिया। सत्संग के इशारे पर वहाँ पहुंची नगर थाना पुलिस ने भी अपना काम किया और पुलिस का भय दिखाकर मजदूरों को वहां से भगा दिया।

कहाँ गया लोकल फॉर वोकल।

देश कोरोना काल के हालात से अभी उबर नही पाया है। पूरे देश ने प्रधानमंत्री के मन की बात सुनी जिसमे प्रधानमंत्री खुद लोगो से अपील कर रहे थे, की लोकल को रोजगार मुहैया कराई जाए। लेकिन यहाँ तो कुछ भी नही। बताते चले कि जितने भी मजदूर को काम से हटाया गया है वो सारे लोग यहाँ के स्थानीय निवासी है। जो करीब 20 साल से सत्संग आश्रम के अंदर काम कर रहे थे।

मजदूरों ने लगाया आरोप।
सत्संग आश्रम में काम से निकाले जाने के बाद काम मांगने के लिए जुटे मजदूरों ने आश्रम पर आरोप लगाया कि आश्रम यहां के लोगों को हटा कर बाहरी लोगों से काम करा रही है। जिसमे आसाम, उड़ीसा , बंगाल के लोग काम कर रहे हैं। फिर यहाँ के स्थानीय लोगो को क्यूं हटाया गया ।

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