बैरिया प्रखंड क्षेत्र से स्वच्छता अभियान कोसों दूर।

.. प्रखण्ड कार्यालय के चारों तरफ कचरा का लगा है अंबार, ग्रामीणों में आक्रोश।

 

 

..स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकारी रुपया का किया गया दुरुपयोग।

 

 

 

 

 

 

जेटी न्यूज

बैरिया ( प०चम्पारण): – राष्ट्रपिता  महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा युद्ध स्तर पर प्रचार-प्रसार कराया गया और लोगों को शौचालय बनाने के लिए सरकारी सहायता दी गई । यहां तक की स्वच्छता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं झाड़ू लगाकर उदाहरण प्रस्तुत किया। लेकिन पश्चिम चंपारण जिले का बैरिया प्रखंड आज भी इससे कोसों दूर है। सड़कों के किनारे गंदगी इसका ज्वलंत उदाहरण है।  प्रखंड के अधिकतर इलाकों में सड़कों के किनारे  लोग शौच करते देखा जा सकता हैं। पंचायत की बात तो दूर प्रखंड कार्यालय के आसपास कूड़ा करकट और गंदगी से भरा हुआ है। स्वच्छता अभियान के तहत ग्रामीणों को शौचालय निर्माण कराने के लिए सरकारी सहायता उपलब्ध कराई गई है। इसके बावजूद भी सड़क पर शौच करना काफी दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। गंडक नदी के बांध और नहर का किनारा यह भी अछूते नहीं है। आज भी लोगों को जिसमें महिलाएं भी शामिल है। हाथों में लोटा डिब्बा लिए शौच करने जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब स्वयं झाड़ू उठाया था तो पूरे भारत में हर छोटा बड़ा व्यक्ति अपने अपने इर्द-गिर्द झाड़ू लगाकर साफ सफाई का हिस्सा बना था। लेकिन आज वह प्रखंड कार्यालय हो अंचल कार्यालय हो या कोई भी सरकारी दफ्तर हो हर तरफ कूड़ा कचरा बिखरा नजर आता है। सड़कों के किनारे बदबू से लोगों का आना जाना मुहाल हो जाता है। लोग नाक दबाकर और मुंह पर हाथ रखकर गुजरते हैं।  वही  माले नेता सुरेंद्र चौधरी  का कहना है कि बैरिया प्रखंड चित्र में शौचालय लगभग 60% ही बना है जबकि प्रखंड शौचालय बनाने में ओडीएफ घोषित कर दिया गया है। जिसका खामियाजा रोड के किनारे कूड़ा कचरा को देख ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है, वही  जिस लाभार्थी का शौचालय बन गया है उसका  प्रोत्साहन राशि खाता में नहीं भेजा गया। जिससे लाभुक प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं।।

Website Editor : – Neha Kumari

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