ऋतु परिवर्तन के त्योहार मकरसंक्रांति का पर्व आध्यात्मिक के साथ वैज्ञानिक महत्व:गरिमा।

 

जेटी न्यूज।

बेतिया/पश्चिम चम्पारण:- मकर संक्रांति के अवसर पर, लालबाजार स्थित ,सत्यनारायण मंदिर परिसर में, ब्राह्मण समिति के सौजन्य से, खिचड़ी भंडारे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि, गरिमा देवी सिकारिया द्वारा भंडारे की शुरुआत की गई। इस मौके पर नगर परिषद की निवर्तमान सभापति, गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि मकर संक्रांति का जितना धार्मिक महत्व है, उतना ही वैज्ञानिक महत्व है। दरअसल, ऐसा कहा जाता है कि जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति का योग बनता है, लेकिन इसके अलावा भी कई सारे बदलाव आते हैं। मकर संक्रांति का संबंध केवल धर्म से ही नहीं, बल्कि अन्य चीजों से भी जुड़ा है, जिसमें वैज्ञानिक जुड़ाव के साथ-साथ कृषि से भी जुड़ाव रहता है। समारोह में शामिल चनपटिया के पूर्व विधायक प्रकाश राय ने कहा कि मकर संक्रांति हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण पर्वों में से एक है। सनातन धर्म के सभी पर्व त्योहारों का आरम्भ संक्रांति से ही होती है।पूरे भारतवर्ष में अलग अलग नाम से मनाये जाने वाले इस त्योहार का आयोजन ऋतु परिवर्तन को लेकर होता है।मकरसंक्रांति के खिचड़ी-भंडारे के आयोजन में, अरुण जोशी, अनिल शर्मा, शंकर शर्मा, दिनेश शर्मा, नवेन्दु चतुर्वेदी, हरिओम जोशी, दिनेश सिंघानिया, लक्ष्मण शर्मा, अनिल बर्णवाल, शंकर नाई आदि आध्यात्मिक व सामाजिक विचारधारा के दर्जनाधिक गणमान्यगण शामिल हुए।।

Website Editor :- Neha Kumari

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