बंद पड़े लोहट चीनी मिल के सामने किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
जेटी न्यूज मधुबनी
भाकपा (माले) से जुड़े अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने बंद पड़े चीनी मिलों को अबिलंम्ब चालू करने, किसान व जन बिरोधी तीनों कृषि कानून वापस लेने, किसानों बटाईदारों के फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करने की मांग पर बंद पड़े लोहट चीनी मील के सामने धरना दिया। धरना स्थल पर ही अनिल कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए किसान महासभा के जिला सचिव प्रेम कुमार झा ने कहा कि मधुबनी जिला में चीनी मिलों को चालू कराने का वायदा नीतीश कुमार ने बर्ष 2015 के बिधान सभा चुनाव में ही किये थे। उन्होंने तो यहां तक कहा था कि मील से धूंआ नही निकलेगा तो अगले वार से वोट भी नहीं मांगूंगा। इसके बाद उसी समय से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री है परन्तु वह वायदा पूरा नहीं किए। उन्होंने आगे कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में लाखों किसानों का शांतिपूर्ण ऐतिहासिक ट्रक्टर पैरेड हुआ।गोदी मिडिया उसे नहीं दिखा रही है।
परंतु भाजपा व आर एस एस के एजेंट दीप सिद्धू द्धारा पुलिस की मिलीभगत से कराये गये अराजकता को प्राथमिकता के तौर पर दिखाकर किसान आंदोलन को बदनाम व कमजोर करने की साज़िश कर रहा है। मोदी सरकार के लिए किसानों पर दमन करने का बाताबरण तैयार कर रही है।यह सरासर अन्याय पूर्ण है। किसान व देश की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। सभा को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा ( खेग्रामस) के जिला सचिव बेचन राम ने कहा कि चीनी मिलों को चालू होने से जहां किसानों की आमदनी बढ़ेगी,वही मजदूरों को भी जिला में ही रोजगार मीलेगा। मजदूरों को बाहर पलायन करने की बाध्यता खतम होगी। सभा को किसान महासभा के जिला अध्यक्ष महाकांत यादव, गणेश यादव,उत्तम चंद्र झा, सुनील पाठक,सोनधारी राम, कृपा नंद झा,पवन झा, संतोष साह, राम आधार ठाकुर, बिरेंद्र कुमार साह, मोहम्मद मुस्तकीम, रंजीत चौधरी,मलभोगिया देवी वगैरह ने संबोधित किया।