*जिले के भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय केंद्र पूसा को जल्द होगा कायापलट। रमेश शंकर झा/राजकुमार राय। समस्तीपुर बिहार। सब पे नजर सबकी खबर, हमसे जुड़ने के लिए:- ८७०९०१७८०९, W:- ९४७०६१६२६८, ९४३१४०६२६२ पर संपर्क करें।*

 

ब्यूरो रमेश शंकर झा/राजकुमार राय।
समस्तीपुर बिहार।

समस्तीपुर:- जिले के पूसा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय केंद्र पूसा का भाग्य और भी चमकने वाला है। बेरोजगार बैठे व्यापारी, मजदूर को अब जल्द ही कृषि अनुसंधान संस्थान में रोजगार का मौका मिलेगा। मीडिया से प्रेसवार्ता में बात करते हुए (दिल्ली) केंद्र से आईं तीन सदस्य टीम ने यह खुलासा किया है। प्रेस से वार्ता के दौरान डॉक्टर ए० के० सिंह संयुक्त निदेशक शोध भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, ने यह जानकारी साझा की है। वहीँ बिहार में हो रहे बीज उत्पादन में और बढ़ोतरी करने की जरूरत है पर जोड़ते हुए उन्होंने कहा की बिहार की वायु में बीज उपजाने की क्षमता अधिक है और लगातार हो रहे शोध में उन्होंने पाया कि पूरे विश्व में हो रहे गेहूं की उपज से सरकार को अधिक लाभ मिल रहा है। साथ – साथ पूरे विश्व में हो रहे गेहूं कि उपज की 50०/० की भागीदारी पुसा की है। वहीँ बासमती धान पर भी हो रहे लगातार शोध में उन्होंने कहा कि पुसा में बासमती 1121, बासमती 1509 इत्यादि से हो रहे विश्व भर में अच्छी निर्यात से सरकार और किसान दोनों को अच्छा लाभ मिल रहा है। इसे बेहतर बनाने की कोशिश जारी है। वहीँ सरसों के बीज की जानकारी देते हुए डॉक्टर डी० के० यादव विज्ञान एवं प्रौद्योगिक अध्यक्ष सह सहायक महानिदेशक ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि आने वाले समय में नए किस्म के बीज के उत्पादन के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा बीज को बीमारी रहित और अच्छी नस्ल की पैदावार के लिए प्रायोगिक उपकरण भी उपलब्ध करेंगे। अंत में डाक्टर रत्नेश कुमार प्रसाशक ने भी इस बिहार की कृषि अनुसंधान संस्थान की खूबसूरत भविष्य की कामना की है।

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