*प्रधानमंत्री के झूठ बोलने से देश हो रहा शर्मसार*


बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम समारोह के मौके पर बांग्लादेश गए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बतलाया कि जब बांग्लादेश को आजाद करने की लड़ाई चल रही थी । तो भारत में *बांग्लादेश की आजादी के पक्ष में आंदोलन करने पर वह गिरफ्तार हुए थे*
यह बात कहीं भी सच नहीं निकलती । जबकि सच यह है कि जिस अमेरिकी साम्राज्यवाद ने पाकिस्तान के समर्थन में अपनी सातवें बेड़ा को बांग्लादेश के चटगांव पर लगा दिया । तो उसके विरुद्ध भारत के समर्थन में सोवियत संघ ने अपने बीसवीं बेड़ा को अमेरिका के सातवीं बेड़ा के पीछे लगा दिया और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री को सोवियत संघ यह सूचना देकर आश्वस्त किया था की अमेरिका का सातवां बेड़ा पाकिस्तान के पक्ष में अगर गोलीबारी करेगा । तो हमारा बीसवां बेड़ा अमेरिका के सातवीं बेड़ा को उड़ा देगा । इस महत्वपूर्ण सहयोग के लिए देश सोवियत संघ को बधाई दे रहा था और एक सच्चे मित्र के रुप में उसकी चर्चा कर रहा था ।

ठीक उसी समय जनसंघ पार्टी भारत सोवियत मैत्री संघ के विरोध में अमेरिकी साम्राज्यवाद के पक्ष में विदेश नीति में सुधार के लिए देश के अंदर आंदोलन चला रहा था और उसी आंदोलन के दरमियां नरेंद्र मोदी की भी गिरफ्तारी हुई थी ।
बावजूद इसके बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के सेनानी के रूप में अपने को बतलाना यह देश ही नहीं पूरी दुनिया को शर्मसार करता है । साथ ही हम प्रधानमंत्री से कहना चाहते हैं की सोवियत संघ शुरू से ही हमारा सच्चा मित्र रहा है । आज देश को बोकारो , भिलाई , हटिया इस्पात प्लांट देकर हमें समृद्ध किया है और हर क्षेत्र में हमको सहयोग पहुंचाया है।

ऐसी स्थिति में अमेरिकी साम्राज्यवाद जो अपने स्वार्थ के अलावे दुनिया के किसी भी मुल्क को अपना मित्र नहीं मानता । बल्कि अपना मुलाजिम मांनता है । वही अमेरिका जब भारत में अकाल पड़ा था और तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने अमेरिका से गेहूं मांगा था तो उसने गेहूं के बदले हमारे देश के कीमती वस्तु यूरेनियम और सोना की मांग की थी । जो हमारे दुख के समय में हमारे देश का शोषण करना चाहता था । जो पूरी दुनिया को अपना उपनिवेश बनाना चाहता है । वह कतई हमारा मित्र नहीं हो सकता ।
इसलिए तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने जय जवान जय किसान का नारा देते हुए प्रति सोमवार को अकाल से निपटने के लिए देश की जनता को रात्रि में उपवास करने की घोषणा की थी और ऐसे साम्राज्यवादी शक्ति को हमारे देश के प्रधानमंत्री आज अपना सच्चा हितैषी मानते हुए देश के अंदर नमस्ते ट्रंप के नाम पर महीनों तक करोना से संघर्ष को छोड़ने से आज कोरोना देश में यह विकराल रूप धारण कर लिया है । जिससे निपटना बहुत ही जरूरी है । लेकिन दुर्भाग्य है कि देश की जनता की परवाह किए बगैर , देश के प्रधानमंत्री करोना से बचाव के बदले पांच राज्यों में जो विधानसभा चुनाव हो रहा है ।

वह उस में मशगूल है और चुनाव का अंतिम परिणाम 2 मई तक आना है और जितनी तेजी से करोना देश में बढ़ रहा है । तो इसमें कोई दो राय नहीं कि देश के ऊपर इस संक्रमण का भारी असर होने वाला है । लेकिन सत्ता के लोभी केंद्र की सत्ता सहित तमाम राज्यों में भाजपा की सरकार का चहेता प्रधानमंत्री का एकमात्र मकसद सत्ता है । न की देश की जनता का ख्याल । अगर यह सही नहीं है तो 300 से ज्यादा किसान दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर पिछले 4 महीने से धरना के क्रम में शहीद हो गए । उन शहीदों के नाम पर एक शब्द भी देश के प्रधानमंत्री के पास नहीं है ।


लेकिन पश्चिम बंगाल में भाजपा के कार्यकर्ता की मां की मृत्यु होने पर प्रधानमंत्री , गृह मंत्री सहित पूरी सरकार उनको नमन करने मैं लगी हुई है ।
प्रभुराज नारायण राव
सदस्य बिहार राज्य सचिव मंडल
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)

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