‘‘बापू धाम मोतिहारी स्टेशन पर हुआ आरक्षित लाउंज का विडियो लिंक के माध्यम से शिलान्यास ’’
समस्तीपुरः पूर्व मध्य रेल, समस्तीपुर मंडल के बापू धाम मोतिहारी स्टेशन पर आरक्षित लाउंज का शिलान्यास माननीय गन्ना उद्योग एवं विधि मंत्री, बिहार सरकार श्री प्रमोद कुमार एवं श्री राधा मोहन सिंह, माननीय अध्यक्ष, स्टैडिंग कमिटी आॅन रेलवेज सह माननीय सांसद, पूर्वी चम्पारण द्वारा विडियो लिंक के माध्यम से किया गया। बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पर वातानुकूलित आरक्षित लाउंज बनाया जायेगा जिसे आधुनिक फर्निचरों एवं स्थानीय महत्व के अनुरूप पूर्ण रूपेण सुसज्जित किया जायेगा। इस अवसर पर विडियों लिंक के माध्यम से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसका संचालन श्री सरस्वती चन्द्र, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में श्री सरस्वती चन्द्र, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबधक, समस्तीपुर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उसके उपरान्त श्री अशोक माहेश्वरी, मंडल रेल प्रबंधक महोदय ने विडियो लिंक के माध्यम से सभा को संबोधित किया। विडियो लिंक के माध्यम से अपने संबोधन में माननीय मंत्री, बिहार सरकार ने श्री राधा मोहन सिंह जी को हार्दिक धन्यवाद दिया और कहा कि यह उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है कि आज बापू धाम मोतिहारी स्टेशन पर आरक्षित लाउंज का शिलान्यास हो रहा है। अपने संबोधन में माननीय अध्यक्ष, स्टैडिंग कमिटी औन रेलवेज श्री राधा मोहन सिंह जी ने बताया कि 15 अप्रैल का दिन चम्पारण की धरती के लिए अति महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी तारीख को महात्मा गाँधी पहली बार चम्पारण की धरती पर आये थे। इस दिवस के विशेष महत्व को ध्यान में रखते हुए हीं आज के दिन इस आरक्षित लाउंज का शिलान्यास किया गया है तथा इसे जल्दी हीं तैयार करने का प्रयास रेलवे प्रशासन द्वारा किया जायेगा। उन्होनें बताया कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने वाले हैं इसी को ध्यान में रखते हुए चम्पारण क्षेत्र में रेल सुविधा से जुड़े 75 कार्योे का या तो शुभारम होगा या शिलान्यास, एक कार्य का आज शिलान्यास हो रहा है शेष कार्यों का शिलान्यास/शुभारम्भ भी आगामी समय में किया जायेगा। तदुपरान्त मुख्य अतिथियों की अनुमति से डिजिटल शिलापट्ट का अनावरण किया गया।
कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सरस्वती चन्द्र ने विडियो लिंक के माध्यम से जुड़े हुए सभी अतिथियों को अपना कीमती समय देने हेतु धन्यवाद दिया।
संपादिकृतः ठाकुर वरूण कुमार