*वरीय पुलिस अधिकारी की संस्था में गोरखधंधा। राजकुमार राय के साथ पी० के० करण। समस्तीपुर बिहार। सब पे नजर सबकी नजर।*
राजकुमार राय के साथ पी० के० करण।
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- आईएएस व आईपीएस स्तर के वरीय अधिकारियों ने अपने-अपने सगे-संवधियों के नाम पर स्वंयसेवी गैर सरकारी संस्थान बनाकर लाखों-लाख रूपये प्रति वर्ष सरकार को चुना लगा रहे है। बतादे की समस्तीपुर शहर में विगत कई वर्षो से बाल सरंक्षण, बाल गृह, बालिका संरक्षण गृह, कंप्यूटर ट्रेनिंग सेन्टर के नाम संस्थाओं को खोल कर सरकार के विभिन्न विभाग से अधिकारियों को मिला कर लूट मचाए हुए है। बताया जाता है की समस्तीपुर जिला के खानपुर प्रखंड के थानाध्यक्ष को चाईल्ड केयर (प्रयास) संस्था द्वारा प्रेषित पत्र में गठित धावा दल द्वारा बाल श्रम से मुक्त करने के सम्बन्ध में आवेदन दिया गया था। इस पत्र में चार बालक को मुक्त करने की बात कहा गया है। आश्चर्य की बात है की बाल श्रम से मुक्त किये जाने पर किसी प्रकार का मुकदमा जिले की किसी थाने मे नहीं कराये जाते है।
वहीँ संस्था के संचालक, थाना क्षेत्र के पुलिस अधिकारी एंव श्रम निरीक्षक समेत होटल मालिक, चिमनी मालिक, छोटे छोटे लघु उद्योग के संचालक को आर्थिक भाया दोहण किए जाने की सूचना सुनकर सनसनी फैल गई है। सूत्रों मिली जानकारी के अनुसार यहां तक की उन बच्चे के माँ बाप को भी आर्थिक दोहण किये जाने की भी सूचना मिली है। वहीँ बाल गृह के संचालन में आरक्षण और रोस्टर का कोई ख्याल नहीं रखा गया है, खास कर संस्था के संगरक्षक या तो अपनी जाति के या दूर के सगे सम्बंधी या बाहुबली को नियुक्त कर अधिकारियों को धमकाने का भी काम करते है। बिहार व देश के चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी सह समस्तीपुर निवासी के सरंक्षण में चल रहे बालिका गृह, कंप्यूटर ट्रेनिंग सेन्टर के नाम पर विभिन्न जिला में चलाए जा रहे सेन्टर में कार्यरत संदिग्ध आचरण के लोगों के कारण राज्य सरकर एंव केंद्र सरकार के क्रियाकलाप पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो जाता है।
जानकारी के अनुसार एक बड़े पुलिस अधिकारी के संरक्षण में संस्था होने का भैय दिखा कर गोरखधंधा का काम किया जा रहा है। सरकारी अधिकारी एंव एनजीओ के संचालक की गतिविधियों की जांच शीघ्र कराए अन्यथा कोई भी बड़ी से बड़ी हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। ट्रेन, होटलों, ईंट भठ्ठा पर, बड़े बड़े अधिकारी के घरों मे चाय पानी और बच्चों के खेलाने के लिए बाल श्रम किये जाने की भी सूचना है। इसके पूर्व समस्तीपुर स्टेशन पर ट्रेनों से जानेवालों बच्चें के परिजन से चाईल्ड लाईन के आड़ में आर्थिक दोहण की भी सूचना है। देश के चर्चित पुलिस अधिकारी की संस्था के प्रयास की क्रियाकलाप विगत कई दसक से संदिग्ध बताया जा रहा है। सरकार व प्रशासन इस पर ध्यान नही दिया तो अनहोनी हो सकता है।