लॉक डाउन में जमीन रजिस्ट्री कराने पर लगा अंकुश, सरकार को करोड़ों रुपए राजस्व का हुआ नुकसान।

बेतिया।

इन दिनों लॉकडाउन के कारण, भूमि खरीद बिक्री का मामला में कमी आने के कारण, विभाग को भी करोड़ों रुपए राजस्व का नुकसान हुआ है, सरकार के द्वारा एक दिन मेंअधिक से अधिक 25 की संख्या में ही रजिस्ट्री करने का आदेश है, कोरोना से बंदी होने के कारण, बहुत सारे जमीन की खरीद बिक्री एवं रजिस्ट्री करने का कागजात पड़ा हुआ है,जो क्रमानुसार करना पड़ता है, देखा जाए तो पाबंदी लग जाने के कारण, बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, इससे सरकार को भी करोड़ों रुपए राजस्व की क्षति हो रही है,साथ हीआम जनता को भी इस प्रतिबंध के लग जाने से दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है, विदित हो कि लॉकडाउन के कारण बंदी होने से महामारी फैलने के डर से लोगों का आवागमन कम हो गया था, और जमीन खरीद बिक्री मामला भी लगभग ठप पड़ गया था, लॉकडाउन में थोड़ी सी ढील मिलने के कारण, लोगों में इसकी जागृति पैदा हुई ,और जमीन खरीद बिक्री करने का मामला फिर शुरू हो गया, जिससे लोगों के अंदर आनन-फानन में जमीन रजिस्ट्री करने के लिए कागजात जमा करना शुरू हो गया, क्योंकि जमीन रजिस्ट्री करने के लिए, खरीद बिक्री करने के लिए रजिस्ट्री कार्यालय से संपर्क कर, स्टांप की खरीद बिक्री में पैसा जमा करने ,शुल्क जमा करने में समय लगता है, और यह क्रमानुसार किया जाता है, जिसके कारण भीड़ इकट्ठा हो जाती है, और रजिस्ट्री स्टांप निकलने में भी देरी का सामना करना पड़ता है, इसमें भी कई तरह की के पेचेदगिया हैं, जिसके निपटने में भी समय लगता है, इस तरह देखा जाए तो जमीन खरीद बिक्री के मामले में, जमीन रजिस्ट्री करने में, निबंधन कार्यालय में, निबंधन करने वाले कर्मियों की भी कमी होने के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, उस पर से सरकार के द्वारा एक दिन में अधिक से अधिक 25 जमीन की रजिस्ट्री करने का नियम है, जिससे इस निबंधन करने में धक्का-मुक्की का मामला सामने आ रहा है, सभी लोग यही चाहते हैं कि मेरा काम पहले हो जाए, मगर नियमाअनुसार काम करने में भी परेशानी हो रही है।

Edited By :- savita maurya

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