पति के दीर्घ जीवन की कामना हेतु महिलाओं ने किया वट पूजा
बाढ़–अनुमण्डल के विभिन्न गंगा घाट एवं मंदिर परिसर के पास लगे वटवृक्ष की पूजा गुरुवार को महिलाओं के द्वारा करते हुए देखा गया।इसमें बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में बरगद का वृक्ष पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस वृक्ष में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इस वृक्ष की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि इस दिन बरगद के पेड़ की पूजा शुभ मानी जाती है।मान्यता के अनुसार वट वृक्ष ने अपनी जटाओं से सावित्री के पति सत्यवान की मृत शरीर को घेर रखा था।ताकि जंगली जानवर उनके शरीर को कोई नुकसान न पहुंचा पायें।
इसी लिए इस दिन वट वृक्ष की पूजा की जाती है।इसी को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के द्वारा सुबह से ही उपवास व्रत रखने के साथ अपने पति के दीर्घायु होने की कामना की गई।इस दौरान महिलाएं स्नान ध्यान करने के बाद नूतन वस्त्र में पूजा पाठ करते नजर आए।बट वृक्ष के पास पुरोहित के द्वारा सावित्री सत्यवान कथा सुनते हुए महिलाओं ने दान करने का भी काम किया।वट का पारण 11 जून दिन शुक्रवार को किया जाएगा।अथमलगोला मध्य विद्यालय परिसर स्थित बरगद के पेड़ के निकट समाजसेवी राकेश कुमार के द्वारा पूजनार्थियो की सुविधा हेतु शीतल पेय जल का काउंटर एवं पेड़ के पास चबूतरा भी बनाया गया था।
Edited By :- savita maurya