*आरटीआई कानून के संसोधन करने की साजिश के खिलाफ कैंडिल मार्च। रमेश शंकर झा, समस्तीपुर बिहार। सब पे नजर सबकी खबर।*
रमेश शंकर झा
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर:- सूचना का अधिकार कानून-वर्तमान व भविष्य विषयक संगोष्ठी सह कैंडिल मार्च का आयोजन चेतना सामाजिक संस्था के तत्वावधान में किया गया।
वहीँ जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र के सभागार में आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उदघाटन एन जी ओ संघ के अध्यक्ष राजीव गौतम, सचिव संजय कुमार बब्लू, जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र के सचिव सुरेंद्र कुमार, आशा सेवा संस्थान के सचिव अमित कुमार वर्मा, युवाशौर्य के दीपक कुमार एवं चेतना सामाजिक संस्था के अध्यक्ष डॉ मिथिलेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
वहीँ विषय प्रवेश करते हुये चेतना सामाजिक संस्था के अध्यक्ष डॉ० मिथिलेश कुमार ने कहा कि श्रीमती अरुणा रॉय के अथक परिश्रम के फलस्वरूप हमे यह कानून प्राप्त हुआ। लेकिन वर्तमान सरकार उसमे संसोधन कर नख व दंत विहीन सिंह बनाना चाहती हैं। कई भ्रस्टाचार का उजागर इस कानून का उपयोग कर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने किया हैं।
जरूरत हैं इस अधिकार में किये जा रहे संसोधन का विरोध करने की। अपने उदघाटन भाषण में NGO संघ के सचिव संजय कुमार बबलू ने कहा कि सरकार मौलिक अधिकारो में संशोधन कर नागरिक अधिकारों को सीमित करना चाहती हैं। जिसका विरोध देश व प्रदेश स्तर पर सामाजिक कार्यकर्ता करेंगा।
जवाहर ज्योति बाल विकाश केंद्र के सचिव सुरेंद्र कुमार ने कहा की सूचना के अधिकार कानून में वर्तमान केंद्र सरकार द्वारा बदलाब किया जाना, जनता के साथ धोखा है। लम्बे संघर्स के बाद प्राप्त यह कानून जनता को सरकार के कामो को जानने का अवसर दिया, जिससे छिनने की कोशिश कीया जा रहा है।
आशा सेवा संस्थान के सचिव अमित कुमार वर्मा ने कहा कि डर व संशय के कारण सूचना का अधिकार में संशोधन कर रही हैं। युवा सौर्य के सचिव दीपक कुमार ने कहा कि अधिनियम का संसोधन नागरिक अधिकार के विरुद्ध है, सरकार को निरंकुश करेगी।
अतः माननीय राष्ट्रपति महोदय को इस संसोधन पर अनुमोदन के बजाय इसे पुनः विचार हेतु सांसद को देना चाहिये। इनौस के सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा वर्तमान सरकार पूंजीपतियों के दबाब में जनसरोकार के मुद्दों व अधिकारों को छीनने के लिये नित्य नए कार्य कर रही हैं। अपने अध्यक्षीय भाषण में राजीव गौतम ने कहा कि जनता को जागरूक कर सड़क से संसद तक अपने अधिकारों के लिये संघर्ष करने की जरूरत है।जिससे जनता द्वारा बनाई सरकार जनता के अधिकारों के प्रति कर्तव्यविमुख न हो।
इस कार्यक्रम के मौके पर कौशल कुमार, प्रो० रामचंद्र भगत, रिंकी कुमारी, अर्चना कुमारी, नंदिता रानी, रितिक आदि की सराहनीय भूमिका है। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन पुरुषोत्तम सिंह ने किया।