जिला पदाधिकारी अमित कुमार ने वाल दरबार कार्यक्रम में उत्कृष्ट आए बच्चों से मिले
जिला पदाधिकारी अमित कुमार ने वाल दरबार कार्यक्रम में उत्कृष्ट आए बच्चों से मिले
जेटी न्यूज मधुबनी।
अमित कुमार,जिला पदाधिकारी, मधुबनी जिले में बिहार सरकार के द्वारा संचालित बाल दरबार कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले यूनिसेफ व प्रथम द्वारा चयनित एवं सरकार द्वारा संचालित बालक सुधार गृह एवं बालिका सुधार गृह में रह रहे बच्चों में से चयनित बच्चों से समाहरणालय कक्ष में मिले।बताते चलें कि बिहार सरकार द्वारा बिहार के सभी जिलों में 14 नवंबर से 20 नवंबर 2021 तक बाल दरबार कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत विभिन्न जिलों में बच्चे बच्चियों के समकालीन परिस्थितियों से जुड़े अनेक मुद्दों पर उनके विचार आमंत्रित किए गए हैं। इस परिप्रेक्ष्य में आज यूनिसेफ एवं स्वयं सहायता समूह प्रथम द्वारा चयनित पांच बच्चे और बालक एवं बालिका गृह से चयनित पांच बच्चे अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किए गए । इन बच्चों ने जिलाधिकारी महोदय को बारी बारी अपने विचारों से अवगत कराया। विशेषकर कोरोना काल के दौरान क्या खोया, क्या पाया संबंधी बच्चों की अनुभूति को जिलाधिकारी द्वारा गंभीरता से सुना गया और उन्होंने बच्चों से अपने कुछ विचार भी साझा किए। बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना का दौर बहुत बुरा बीता, स्कूल बंद, खेलना कूदना भी बंद। इतना ही नहीं इस दौरान पूरी मानवजाति ने अभूतपूर्व संकट को महसूस किया, हमें अपने उन अनुभवों को अपनी जिंदगी को बेहतर करने में इस्तेमाल करना चाहिए। चूंकि शिक्षालय की चहारदीवारी से परे भी दुनिया है, ऐसे में विचार साझा करने के मौके प्रदान करने वाले आयोजन से बच्चों को दिशा प्राप्त होती है। आज का बाल दरबार का कार्यक्रम इस दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। आए हुए बच्चे बच्चियों को जिलाधिकारी द्वारा प्रोत्साहन स्वरूप खेल सामग्रियां और बैग भी प्रदान किए गए। जिलाधिकारी द्वारा बालक सुधार गृह एवं बालिका सुधार गृह से आए बच्चों से उनके खान पान, सुरक्षा या किसी अन्य कठिनाइयों के बारे में पूछा। बच्चे भी जिलाधिकारी से मिलाकर खासे उत्साहित थे। बच्चों ने जिलाधिकारी को भेंट स्वरूप अपने द्वारा बनाई पेंटिंग भी प्रदान की । जिलाधिकारी ने बताया कि बच्चों की सलामती और खुशहाली जिला प्रशासन, मधुबनी की प्राथमिकता में है। इसलिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समय समय पर अनिवार्य रूप से इनके आवासन और भोजन इत्यादि का जायजा लेते रहने के निर्देश जारी किए हैं। बालिका गृह में उत्तम शैक्षिक वातावरण निर्माण हो इसके लिए क्षेत्र के नजदीक की शिक्षिकाओं को भी इसमें भूमिका सुनिश्चित करने की बात कही।
मौके पर सुश्री नलिनी, सहायक निदेशक, बाल संरक्षण, मधुबनी के साथ साथ यूनिसेफ , प्रथम एवं बाल संरक्षण इकाई के कर्मचारी भी उपस्थित थे।