गुटखा व्यवसायी पीयूष जैन के घर छापा: भाजपा की जूती,भाजपा के सर…

गुटखा व्यवसायी पीयूष जैन के घर छापा:
भाजपा की जूती,भाजपा के सर…
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पत्रकारिता का मामूली से मामूली विद्यार्थी और पेशेवर को सिखाया जाता है कि जब भी कोई विवादास्पद मामला सामने आए तो उसे क्रॉसचेक कीजिए और यथासंभव दूसरे पक्ष की बात सुन कर ही आम पाठकों तक प्रस्तुत कीजिए।लेकिन,झूठ-मनगढ़ंत और बेबुनियाद बातों को प्रसारित प्रसारित और विस्तारित करने में भाजपा का कोई सानी नहीं है।भाजपा का आईटी सेल प्रतिदिन सैकड़ों झूठ,जुमले और लफ्फाजी परोसता रहता है।हालांकि,आजकल पत्रकारिता में ऐसे कई विशेषज्ञ सामने आए हैं,जो इन जुमलों-लफ्फाजी को खंडित करते हैं।लेकिन,जबतक खंडन आए,भाजपा का आईटी सेल अपना काम कर चुका होता है।

भाजपा के आईटी सेल से जुड़े सोशल मीडिया विशेषज्ञ घंटों और मिनटों में गांव-टोला के स्तर तक भाजपा के झूठ और लफ्फाजी को प्रचारित,प्रसारित और विस्तारित करते हैं।उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव,2017के दौरान सिर्फ उत्तरप्रदेश में उसकी अविलंब पहुंच 32लाख व्हाट्स ऐप यूजर्स तक थी,जो अब निश्चय ही एक करोड़ को पार कर गई होगी।

22सितंबर,2018 को भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कोटा में पार्टी से जुड़े सोशल मीडिया विशेषज्ञों के बीच दिए गए भाषण में बताया कि 2017के विधानसभा चुनावप्रचार के दौरान एक झूठी खबर फैलाई गई कि अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव को थप्पड़ मारा है और यह खबर कुछ ही मिनटों में करोड़ों लोगों तक पहुंचा दी गई और इसका चुनावी खामियाजा अखिलेश यादव को भुगतना भी पड़ा था और भाजपा ने इसका लाभ उठाया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए चुनाव प्रचार जोर पकड़ चुका है और भाजपा लगातार झूठ मनगढ़ंत और बेबुनियाद बातें प्रचारित,प्रसारित और विस्तारित करने में जुटी हुई है कभी वह कोलकाता के फ्लाईओवर की फोटो को उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धि के रूप में इस्तेमाल करती है,कभी श्रीशैलम क्षेत्र में कृष्णा नदी पर बने डैम की फोटो को बुंदेलखंड में बताती है कभी जेवर हवाई अड्डा के लिए बीजींग एयरपोर्ट का फोटो इस्तेमाल करती है।हर बार,उसकी झूठ पकड़ी जाती है-लेकिन,भाजपा बेशर्मी, बेहयापन और निर्लज्जता के साथ गलती दुहराने में जुटी रहती है।

ताज़ा मामला कुछ अलग किस्म का है।छापेमारी में शिखर गुटखा वाले पीयूष जैन के घर से लगभग 257करोड़ रुपये नकद,25किलो सोना और 250किलो चांदी बरामद की गई है.अदालत के आदेश पर,पीयूष जैन को 14दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।पीयूष जैन कन्नौज के जिस छितियां मुहल्ले के रहने वाले हैं,उसी मुहल्ले में एक इत्र व्यवसायी पुष्पराज जैन उर्फ पंपी जैन भी रहते हैं और वह समाजवादी पार्टी से विधान पार्षद भी हैं। उन्होंने एक बार,समाजवादी इत्र भी लॉन्च किया था। भाजपा आईटी सेल को जैसे ही सूचना मिली कि कन्नौज में पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा है,उसने आधी-अधूरी सूचना प्रचारित,प्रसारित और विस्तारित किया कि समाजवादी पार्टी से जुड़े पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा है,अरबों की नगद राशि,सोना-चांदी और संपत्तियों के कागजात मिले हैं।झूठ,मनगढ़ंत और बेबुनियाद बातें फैलाने में सिद्धहस्त भाजपा के शीर्ष नेता-राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा,केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को बदनाम करने का सुअवसर दिखा और बिना मौका गंवाए वह अभियान में जुट गए।लेकिन,कुछ ही घंटों में वस्तुस्थिति सामने आ गई।
समाजवादी पार्टी के विधान पार्षद पुष्पराज जैन उर्फ पंपी जैन के यहां छापा पड़ा ही नहीं है,और जिनके यहां छापा पड़ा है वह पीयूष जैन भाजपा से जुड़े रहे हैं,उनके सोशल मीडिया अकाउंट से भी इसकी पुष्टि होती है।
अब चूंकि,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे वरिष्ठ लोग समाजवादी पार्टी पर आक्रमण करने वाला बयान दे चुके थे,सो सोशल मीडिया पर पीयूष जैन और पुष्पराज जैन को सगा भाई बताने की कोशिश हुई।यह अभियान भी झूठा साबित हुआ।
भाजपा की इस सांप-छछूंदर वाली स्थिति के लिए यही बात चरितार्थ होती है-मिंया की जूती,मियां के सर।

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