जिले के खानपुर में बाल संसद से बच्चों में, नेतृत्व क्षमता का होता है विकास:- *जिलापार्षद।* रमेश शंकर झा के साथ नंद कुमार चौधरी की रिपोर्ट, समस्तीपुर बिहार।
*बाल संसद गोष्ठी में बच्चों ने जनप्रतिनिधियों अधिकारियों से किया सीधा संपर्क।*
रमेश शंकर झा के साथ नंद कुमार चौधरी की रिपोर्ट,
समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर/खानपुर:- जिले के खानपुर प्रखण्ड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खातुआहा के प्रांगण में आज प्रखंडाधीन 46 मध्यविद्यालयों के बाल संसद के प्रधानमंत्री व संयोजक शिक्षक का एक दिवसीय उन्मुखी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन स्थानीय जिलापार्षद स्वर्णिमा सिंह, प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रिया कुमारी, अंचलाधिकारी मो० रियाज़ शाहिद, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार ठाकुर एवं आनंदशाला के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रभात कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यालय के बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों एवं युवाओं को सम्बोधित करते हुए जिलापार्षद स्वर्णिमा सिंह ने कहा कि बाल संसद के गठन से बच्चों में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल के भविष्य हैं। हम अपने बच्चों को जैसा सिखाएंगे बच्चे वैसा ही करेंगे। उन्होंने शिक्षकों एवं अविभावकों से अपील किया कि बच्चों के निखरने का पूरा अवसर दें। वहीँ बच्चों के कार्यक्रम से आह्लादित हुए अंचलाधिकारी रियाज़ शाहिद ने कहा कि आज मुझे एहसास हुआ कि वास्तव में सरकारी विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षक काम करते हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रिया कुमारी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आनंदशाला द्वारा आयोजित यह वेहतर कार्यक्रम है, जरूरी है इसे प्रखंड के सभी विद्यालयों में लागू करने का, ताकि बच्चों में टीम भावना का विकास हो सके, और बच्चे मिलकर किसी जटिलताओं का निराकरण कर सकें। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अनिल कुमार ठाकुर ने कहा कि बच्चों का यह कार्यक्रम प्रेरणाश्रोत है। बच्चों में असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने शिक्षकों से सही मार्गदर्शन में बच्चों को ढालने की अपील किया, ताकि वे बड़े होकर एक विकसित राष्ट्र का निर्माण कर सकें। इस कार्यक्रम में 10 मध्यविद्यालयों के बाल संसद के टीम ने अपने अपने विद्यालयों में हो रहे बदलाव की कहानी को सुनाया जिसे उपस्थित लोगों ने खूब सराहा। वहीं दूसरी सत्र प्रश्न काल में बच्चों ने उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से सीधा सवाल पूछे एवं विद्यालय से सम्बंधित चुनौती को भी उजागर किया जिसे सुनकर जनप्रतिनिधि और अधिकारी भौंचक रह गए। इस दौरान बच्चों का उत्साह चरम पर था। बच्चे फुला नही समा रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनमोहन चौधरी ने कीया, संचालन शिक्षक लाल बाबू ने किया। इस अवसर पर अतिथियों ने विद्यालय के पुस्तकालय एवं बाल मित्र व्यवहार न्यायालय का विधिवत उद्घाटन फीता काटकर किया।
कार्यक्रम के दौरान समाजसेवी त्रिपुरारी झा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुहिक रूप से विद्यालय में एक पेड़ लगवाया तथा अच्छे प्रदर्शन करने वाले को मैंडल देकर सम्मानित किया। अंत में धन्यवाद ज्ञापन आनंदशाला के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रभात कुमार ने किया। कार्यक्रम को 46 विद्यालयों के प्रधानमंत्री व संयोजक शिक्षक के आवला आनंदशाला के अंजू प्रिया, रंजय सिन्हा, अनन्या, नूपुर, अजीम, रजनीश, नितेश कुमार, प्रखंड साधन सेवी श्याम कुमार पांडेय, राजीव कुमार झा, संकुल समन्वयक परमानंद साहनी, सुबोध कुमार, रंजीत कुमार राय, राम प्रवेश राय, कमल कांत राय शिक्षक मिथलेश झा, गणेश प्रसाद, फूल हसन अंसारी इत्यादि लोगो ने सम्बोधित किया।