महान सम्राट अशोक की 19-20 अप्रैल को आयोजित होने वाली जयंती समारोह की तैयारी हेतु आज 22 मार्च को लौरिया में होगी बैठक

महान सम्राट अशोक की 19-20 अप्रैल को आयोजित होने वाली जयंती समारोह की तैयारी हेतु आज 22 मार्च को लौरिया में होगी बैठक
जेटी न्यू

डी एन कुशवाहा

अरेराज पूर्वी चंपारण – आगामी 19-20 अप्रैल को” महान सम्राट अशोक “की जयंती समारोह की तैयारी हेतु “भारतीय न्याय प्रिय नागरिक परिषद “की केंद्रीय कमेटी और स्थानीय” संस्था आयाम” के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय प्रबुद्ध लोगों की बैठक आज 22 मार्च को दिन 11 बजे “लौरिया अशोक स्तंभ परिसर” में आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए हरसिद्धि और गोविंद गंज विधानसभा क्षेत्र के लगभग 40 प्रबुद्ध नागरिकों और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया हैl

जिसमें प्रमुख रूप से अवधेश सिंह कुशवाहा (पूर्व मंत्री ), योगेन्द्र सिंह कुशवाहा ( मुखिया), वेद प्रकाश कुशवाहा (मुखिया पति), सिसवा बाजार के डॉक्टर शंभू शरण कुशवाहा, सिसवा कोरर के अखिलेश सिंह मौर्य और बौद्ध बिहार के दर्जनों युवा, मोहम्मद नसीम अहमद ( मुखिया), शुभ नारायण सिंह (पूर्व मुखिया), विश्वनाथ सिंह (पूर्व मुखिया), विश्वनाथ सिंह ( पूर्व उप प्रमुख), दुर्गेश नारायण सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता), पन्नालाल सिंह कुशवाहा,( शिक्षक), कृष्णा कुशवाहा, राम चन्द्र सिंह कुशवाहा, नैन सिंह कुशवाहा, इंद्र सिंह कुशवाहा, मथुरा सिंह कुशवाहा, शिवनाथ सिंह कुशवाहा, दुलार सिंह, काशीनाथ सिंह, सुभाष सिंह, जय शंकर सिंह ( शिक्षक), हरेंद्र सिंह कुशवाहा, नंद किशोर सिंह (शिक्षक), राम नारायण सिंह ( शिक्षक), भरत सिंह ( शिक्षक), भिखारी सिंह, डॉक्टर अंबिका पासवान, हरेंद्र पासवान, शैलेश कुमार, कैलाश कुमार तथा विजय सिंह आदि प्रमुख हैं ।


ज्ञात हो कि इस समारोह की सूचना मिलते ही क्षेत्र के सभी प्रबुद्ध नागरिकों के बीच खुशी की लहर दौड़ने लगी है। हमारे देश के लिए सर्वश्रेष्ठ” सम्राट अशोक “के धरोहर” लौरिया अशोक स्तंभ “को भारत सरकार द्वारा पर्यटन स्थल के रूप में स्वीकार करने और इसके सर्वांगीण विकास के लिए विशेष रूप से योजना सुनिश्चित करने की मांग की गई।”आयाम” संस्था के निदेशक” विजय अमित “ने आज इस जन संपर्क कार्यक्रम के दौरान महसूस किया कि —“जब तक हम अपने हक के लिए जागरूक नहीं होंगे तब तक अपने इतिहास को यूँ ही तबाह और उपेक्षा का शिकार होते देखते रहेंगे।

“सबसे ज्यादा आश्चर्य की बात तो यह लगी कि मुख्यमंत्री जी ने गांव में बौद्ध बिहार का निर्माण करने के लिए राशि आवंटन किया है ?? लेकिन हजारों वर्ष पुरानी धरोहर के लिए सार्थक प्रयास नहीं किया जा सका। ये समारोह निश्चित रूप से एक नई शुरुआत करेगा और इस ऐतिहासिक धरोहर के माध्यम से चंपारण को नई पहचान मिलेगी।
उक्त आशय की जानकारी आयाम के निदेशक विजय अमित ने दी।

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