*आरपीसीएयू पूसा में छात्रों का अनिश्चित कालीन धरना दुसरे दिन भी जारी*

*आरपीसीएयू पूसा में छात्रों का अनिश्चित कालीन धरना दुसरे दिन भी जारी*

*आरपीसीएयू स्टुडेंट फेडरेशन का सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चित कालीन धरना दुसरे दिन भी जारी रहा*

*छात्रों पर से केस वापस लेने, विश्वविद्यालय को तत्काल खोलने एवं जांच कमेटी में दोषी लोगों को समिति में शामिल करने के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना*

 

 

जेटी न्यूज़, ठाकुर वरुण कुमार।

पूसा/समस्तीपुर:- विगत दिनों डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के छात्र अखिल साहू के एक्सीडेंट और उसके बाद विश्वविद्यालय अस्पताल के बदहाल स्थिति व चिकित्सकीय अभाव से हुई मौत और विश्विदालय के छात्रों पर हुए मुकदमा के विरुद्ध में अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रहा। आरपीसीएयू स्टूडेंट फेडरेशन के द्वारा आयोजित धरना की अध्यक्षता 3 सदस्यीय अध्यक्ष मंडली हर्ष कुमार, रेशम कुमारी, आस्था कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। धरना को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के बिहार राज्य कार्यकारिणी सदस्य दीपक कुमार धीरज ने कहा कि बीते रात जिस तरीके से विश्वविद्यालय के बच्चे अपनी जान को हथेली पर रखकर बीच सड़क पर बैठे हैं पता नहीं कब कौन गाड़ी के चपेट में आ जाएं और उनकी मौत हो जाएगी, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन गैर जिम्मेदाराना हरकत से बाज नहीं आ रहा। सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ जिला अध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से संवैधानिक रूप से हो रहे इस आंदोलन को कुचलने का प्रयास नाकाम करेंगे। लगातार छात्रों का नाम काटने की धमकी दिया जा रहा है। उनके अभिभावकों को फोन किया जा रहा है। ऐसे में विश्वविद्यालय को बचाने की जवाबदेही, विश्वविद्यालय की गरिमा को बचाने की जवाबदेही इस देश के सभी संवेदनशील प्राणियों का है। अखिल के बड़े भाई अजय साहू ने कहा कि अखिल जब अजमेर में पढ़ते थे तो उस समय भी छोटे-छोटे बच्चे को निःशुल्क शिक्षा देता था। उसका मानना था कि उस शिक्षा का क्या मतलब जिससे समाज को भलाई ना हो। हम अखिल की मौत का न्यायिक जांच और छात्रों से मुकदमा वापस चाहते हैं ताकि विश्वविद्यालय की गरिमा धूमिल ना हो। युवा कांग्रेस जिला अध्यक्ष अखलाकुर रहमान ने अंदोलन को समर्थन करते हुए कहा कि अगर 48 घंटे में कुलपति छात्रों से बात नही करते हैं तो युवा कांग्रेस पूरे जिले भर में अंदोलन को तेज करेगी।

 

विदित हो कि छात्रों ने 4 सूत्री मांग किया है कि अखिल के इलाज में लपरवाही बरतने और छात्रों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराने एवं जांच कमेटी में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है जो कुलपति के काली करतूतों और ठुमका ठुमकाने में शामिल है। छात्रों ने डॉक्टर सतीश कुमार जो सहायक छात्र कल्याण के निदेशक हैं उन पर छात्रों पर मानसिक परीक्षण प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है और कहा है कि अखिल के मौत के लिए जितना दोषी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश चंद्र श्रीवास्तव हैं उतना ही रजिस्ट्रार पी. पी. श्रीवास्तव, डीन सोमनाथ राय चौधरी और ए. डी.एस. डब्लू. डॉ सतीश कुमार समान रूप से दोषी हैं। कुलपति के बचाव में डॉक्टर सतीश कुमार अपने सगे संबंधी आईएएस, आईपीएस से पैरवी कराने की भी चर्चा जोरों पर है।

मौके पर आरटीआई कार्यकर्ता सिद्धार्थ शंकर, एलएनएमयू छात्र नेता अविनाश कुमार, सीपीआई नेता रविशंकर प्रसाद सिंह, राजीव कुमार, अजय कांत भूषण आदि मौजूद रहे।

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