जय जवान जय किसान सम्मेलन पटना में संपन्न

जय जवान जय किसान सम्मेलन पटना में संपन्न
जे टी न्यूज़

पटना : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 12 अगस्त को गांधी संग्रहालय , पटना में राष्ट्रविरोधी , सेना विरोधी , युवा विरोधी , किसान विरोधी केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना की अविलंब समाप्ति के लिए जय जवान जय किसान सम्मेलन विभिन्न किसान , मजदूर और भूतपूर्व सेना के जवानों द्वारा संयुक्त रुप से किया गया । सम्मेलन में प्रतिवेदन पेश करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि इस राष्ट्र विरोधी के लागू होने से सशर्त बल के आकार में भारी कमी आयेगी । आने वाले 15 सालों में हमारा सैन्य बल 14 लाख की वर्तमान संख्या से घटकर 7 लाख रह जायेगा । जबकि राष्ट्रीय सुरक्षा पर बाहरी खतरे लगातार बढ़ रहे हैं ।

ऐसी समय में नियमित भर्ती को अनुबंधित अग्निबीरों में बदलने से सशस्त्र बलों की परिचालन क्षमता और उनके मनोबल पर प्रतिकूल असर पड़ेगा । किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजाराम सिंह ने कहा कि सभी रेजीमेंट के सभी सामाजिक बनावट को रातों रात बदलने पर भी सेना पर बुरा असर पड़ेगा । जो नौजवान सेना में बहाली के मेहनत कर रहे थे । ऐसे नौजवानों के साथ मोदी सरकार की अग्निपथ योजना लाने से भारी विश्वासघात हुआ है ।


अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अवधेश कुमार ने कहा कि अग्निपथ योजना देश की सीमा पर लड़ने वाले सैनिकों का मनोबल घटाने की योजना है । नौजवानों को आर एस एस और भाजपा का गुलाम बनाने की योजना है । इतना ही नहीं इन्हें सांप्रदायिकता की आग में झोंकने की योजना है । इसलिए इसकी समाप्ति तक संघर्ष जारी रहेगा । बिहार राज्य ईख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि चार साल के लिए सेना में बहाली , सेना में भर्ती की संख्या को कम करना , उनका पेंशन समाप्त करना यह राष्ट्र और राष्ट्र की युवाशक्ति के साथ और उनके परिवारों के साथ घोर अन्याय है । यह भी सबको पता है कि चार साल की सेवा के बाद तीन चौथाई अग्निबीर सड़क पर खड़े हो जाएंगे । जो गलत दिशा की ओर मुड़ जायेगें । जिनको सभी तरह के हथियारों को चलाने का इल्म भी हो चुका है ।


बिहार राज्य भूतपूर्व सैनिक संघ के पूर्व अध्यक्ष सर्वोदय शर्मा ने कहा कि फौज की नौकरी किसान परिवार के लिए मान सम्मान के साथ साथ आर्थिक खुशहाली से भी जुड़ी हुई है । उन किसानों के लिए अग्निपथ योजना एक गंभीर झटका है । जिन्होंने सेना में अपने परिवार के बच्चों को भर्ती राष्ट्र की बनावट में अपना योगदान देते हैं । सम्मेलन में मांग किया गया कि अग्निपथ योजना को वापस लिया जाए । लंबित रिक्त भर्तियां जो लगभग एक सौ पच्चीस लाख हैं , उसे अविलंब भरा जाय । पहले से चली आ रही भर्ती प्रक्रिया को पिछले दो वर्षों में गैर भर्ती के एवज में आयु में दो साल की छूट दी जाय । अग्निपथ योजना विरोधी प्रदर्शनकारियों पर दर्ज सभी मुकदमें वापस लिए जाएं । साथ ही गिरफ्तार युवकों को अविलंब रिहा किया जाय ।

रक्षा क्षेत्र में किसी प्रकार का निजीकरण पर रोक लगाया जाय ।केंद्र सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों के सम्मान और मनोबल की रक्षा के लिए उन्हें अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए । सम्मेलन को नन्द किशोर सिंह , बी बी सिंह , गणेश शंकर सिंह , सोनेलाल प्रसाद , ऋषि आनंद , जय किसान आंदोलन , भोला दिवाकर , प्रियदर्शी , मनोज कुमार , के डी सिंह , बाल गोविंद सिंह , मणि राम , पुकार राम , अरविन्द कुमार आदि ने अपने विचार रखे ।

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