बिहार में राजद नेताओं के घर सीबीआई का छापा, खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली सोच

बिहार में राजद नेताओं के घर सीबीआई का छापा, खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली सोच

 

प्रो अरुण कुमार की कलम से

बिहार में राजद से जुड़े नेताओं के 23 ठिकानों पर एक साथ सीबीआई की छापेमारी केंद्र की खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत चरितार्थ करती है। मोदीनीत भाजपा सरकार केंद्र की तीनों जांच एजेंसी सीबीआई, ईडी और आयकर का बेजा इस्तेमाल कर रही। बिहार में सत्ता जाने से केंद्र के नेतागण इतना बौखला गए है कि तीनों प्रमुख जांच एजेंसियों की प्रतिष्ठा धूमिल कर दांव पर लगा दिया है।
कभी देश के सबसे बड़े न्यायालय ने टिप्पणी की थी कि केंद्र की सरकार ने तीनों प्रमुख जांच एजेंसियों को पिंजरे का तोता बना दिया है।आज सच साबित हो रहा है।ईडी के बेजा इस्तेमाल पर अब आम आदमी अपनी प्रतिक्रिया में कहने लगे हैं कि ईडी का मतलब होता है इंड औफ डेमोक्रेसी।मतलब प्रजातंत्र का अंत करना ही ईडी का मतलब रह गया है। कहना न होगा कि वर्तमान केन्द्र की सरकार में इन केंद्रिय जांच एजेंसियों का उपयोग या कहें दुरुपयोग सिर्फ विरोधी सरकारों को गिराने या फिर विरोधी दलों के नेताओं को परेशान करने के लिए किया जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पटना में दिया गया एक बयान कि भारत में क्षेत्रिय पार्टियां खत्म हो जायेगी। सिर्फ भाजपा ही बचेंगी। इसी ओर इशारा कर रहा है।भाजपा विपक्ष मुक्त भारत चाहती है विपक्ष मुक्त देश का मतलब होता है लोकतंत्र का खात्मा और तानाशाही शासन की स्थापना। वास्तव में यही आर एस एस का गुप्त एजेंडा भी है।


भाजपा के नेतागण यह भलीभांति जानते हैं कि वोट से विपक्षी दलों का सफाया संभव नहीं है । इसीलिए केंद्रीय जांच एजेंसियों को विपक्षी दलों के बड़े नेताओं के पिछे लगाकर उसे विवश किया जा रहा है। या फिर जेलों में बंद कर संबंधित राजनीतिक दलों को समाप्त करने की साज़िश की जा रही है। विरोधी दलों के नेता अगर भाजपा में शामिल होते हैं तो उसके सारे गुनाह माफ कर दिए जाते हैं।वे ईमानदार घोषित कर दिए जाते हैं। एनडीए के शासनकाल में कहीं भाजपा के किसी नेता के घर केंद्रीय जांच एजेंसियों का छापा नहीं पड़ा है। क्या भाजपा में सारे के सारे नेता ईमानदार है।और विरोधी पार्टियों में सारे के साथ वेईमान है?
बिहार में एक साथ 23 जगहों पर छापा भाजपा की बौखलाहट का नतीजा है।राजद राज्य सभा सदस्य असफाक करीम, राज्य सभा सदस्य डा फैयाज अहमद,विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह, पूर्व विधानपार्षद सुबोध राय एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के निजी सहायक नागमणि यादव के घरों में एक साथ छापा भाजपा की खिसियाहट दर्शाता है।

आज बिहार की नयी सरकार बहुमत साबित करने जा रही थी।ठीक इससे पहले अहले सुबह बिहार की नयी सरकार में शामिल राजद के कई बड़े नेताओं व उनके 23 ठिकानों पर सीबीआई का छापा पड़ना शुरू हो गया । सीबीआई ने लालू के करीबियों को निशाना बनाया है ।मधुबनी में आरजेडी नेता व सांसद डा फैयाज अहमद के के घर अहले सुबह सीबीआई की टीम पहुंच कर छापामारी शुरू कर दी। छापामारी की खबर शहर में आग की तरह फैल गई और लोग अचंभित हो गए। डा फैयाज अहमद जिनका घर स्टेडियम रोड में है वहां दिनभर सीबीआई की टीम छापामारी कर रही है ।परिवार के सभी सदस्य घर के अंदर है ।किसी को कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। उनके गेट के बाहर पारा मिलिट्री फोर्स और पुलिस का भारी बंदोबस्त है। गेट के बाहर भारी संख्या में उनके शुभचिंतक और मीडिया कर्मी मौजूद हैं।हर कोई एक दूसरे से कुछ जानना चाहते हैं लेकिन किसी को कोई जानकारी नहीं मिल रही है। राजद और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की टोली उनके आवास के बाहर दिन भर जमीं रही। फैयाज अहमद सिर्फ सांसद ही नहीं कई संस्थाओं के संस्थापक भी है और बिहार के एक चर्चित चेहरा भी हैं। वे लालू और नीतीश के काफी करीबी माने जाते हैं।


डा अहमद के आवास के बाहर जमे पार्टी कार्यकर्ता बीजेपी और मोदी मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। स्थानीय लोग भी कह रहे हैं कि छापेमारी केंद्र की भाजपा सरकार बदले की भावना से करबा रही है। वहां मौजूद राजद के वरिष्ठ नेता राज कुमार यादव कहते हैं कि केंद्र की भाजपा सरकार जहां वोट से नहीं जीत पाती है वहां आपरेशन लोट्स चलाकर और आयकर , ईडी तथा सीबीआई को लगाकर सरकार हड़प लेती है। बिहार में उनकी इस चाल को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाकामयाब कर दिया।इसी कारण पूरी तरह से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व बौखला गई है।और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से जुड़े नेता और करीबियों के घर सीबीआई भेज कर एक तरह से डराया और धमकाया जा रहा है।श्री यादव कहते हैं कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बैठक में कहा था कि सरकार बन गयी है।इसी के साथ सीबीआई के अधिकारी भी बिहार पहुंच गये हैं, इसीलिए अब सीबीआई का सामना करने के लिए तैयार रहिए।और हुआ भी ऐसा ही। उन्होंने ने कहा कि बिहार की जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी।2024 में बिहार में भाजपा का सूपड़ा साफ करेगी।
राजद नेता असलम अंसारी और कांग्रेस नेता मो तमन्ने ने कहा कि सीबीआई की टीम दीवार फांद कर डा अहमद के घर के अंदर प्रवेश किया है।
इधर भाजपा मधुबनी जिलाध्यक्ष शंकर झा प्रतिक्रिया देते हुए कहते हैं कि छापामारी बदले की भावना से नहीं की गई है। बल्कि यह पुराने मामले रेलवे में जमीन के बदले जमीन लेने के मामले में की जा रही है। राजद , कांग्रेस के नेता वेवजह तूल दे रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं। भ्रष्टाचार को उजागर कर भ्रष्टाचारी को जेल भेजना सरकारों का सांविधानिक दायित्व है।इसी का निर्वहन सरकार कर रही है।
अंत में कहा जा सकता है कि बिहार में सीबीआई की कार्रवाई भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के बोखलाहट का नतीजा है। बिहार में सत्ता जाने का ग़म भाजपा नेताओं को परेशान कर रखा है।

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