जब पुलिस वाला ही बन जाय गुंडा, तो कहाँ से होगा कानून का राज? जिले में चल रहा गुंडाराज

जब पुलिस वाला ही बन जाय गुंडा, तो कहाँ से होगा कानून का राज? जिले में चल रहा गुंडाराज

स्थानीय लोगों की मानें तो अबतक के सबसे भ्रष्ट एसपी हॄदत कांत जिले में हैं तैनात, अपराध पर नहीं है कोई नियंत्रण, ना किसी से मिलना,ना फोन उठाना ना आवेदन पर कोई कारवाई करते हैं पुलिस कप्तान..

*क्या जिले के एसपी अपराधियों को दे रहे सह? आखिर जिलापुलिस अपराधियों पर क्यों नहीं लगा पा रही लगाम?*

जेटीन्यूज

समस्तीपुर: हाल के दिनों में बिहार का समस्तीपुर जिला इनदिनों काफी चर्चा में है या यूं कहें किसी बारूद की ढेर पर बैठा है बिहार का समस्तीपुर जिला । जिले में अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। पिछले 6 महीने के आंकड़ों पर नजर डाले तो बैंक डकैती, हत्या, बलात्कार, पैसा छिनतेई, सरेआम गोली मार देना,आदि घटनाओं में काफी तेजी आ गयी है। अभी की वर्त्तमान स्थिति ऐसी है कि पूरे बिहार में अपराध के मामले में समस्तीपुर जिला सबसे आगे है। इसका प्रमुख कारण जिले में पुलिस प्रशासन की विफलता ही है । स्थानीय लोगों की मानें तो जिले में पुलिस ही गुंडाराज चला रही है। जिले के एसपी हृदय कांत पर अपराधियों से साठगांठ का आरोप लगता रहा है। कोई भी घटना घटित होने पर जिले के एसपी फ़ोन उठाना जरूरी नहीं समझते,इनपर फ़ोन नहीं उठाने का आरोप लगातार लगता रहा है । जिले के पुलिस कप्तान हृदय कांत मुख्यालय में बैठकर केवल कुर्सी तोड़ते रहते हैं, घटनास्थल पर स्वयं से कभी जाने को जरूरी नहीं समझते हैं । क्या जिले के एसपी किसी का फ़ोन नहीं उठाएंगे,आखिर किन परिस्थिति में किसी का फ़ोन नहीं उठाते हैं बड़े साहब। जिले के एसपी के इस मनबरू रवैये के कारन ही कई थानेदार के हौसले बुलंद है। अपने थाने से थानेदारी करने में गुंडों का सहारा लेने से भी नहीं चूकते।

अपराधियों को बचाना एवं निर्दोष को फसाना इनकी प्रमुखता रहती है। वर्त्तमान समय मे जिले में उजियारपुर पुलिस काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।सूत्रों की मानें तो उजियारपुर पुलिस अपराधियों के सांठगांठ से जनप्रतिनिधियों पर थानापरिसर में ही हमला करवाते है । वहीं जिले की एसपी मुखदर्शक बनकर तमाशा देखते हैं। आखिर किन परिस्थितियों में थानेदार अपनी मनमानी करते रहें हैं गुंडों को छोड़कर निर्दोष को फंसा रहे हैं । अगर यही स्थिति बनी रहीं तो आनेवाले समय में आमलोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा, यहाँ सुशाषण राज नहीं गुंडाराज स्थापित हो जाएगा।मामले की गंभीरता को देखते हुए कई पार्टियों ने सरकार से एसपी हृदय कांत को अविलंब हटाने की मांग की है।

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