एड्स के प्रति जागरूकता जरूरी, तभी आएगी मामले में कमी : सीएस

मोतिहारी, 1 दिसम्बर विश्व एड्स दिवस के मौके पर सदर अस्पताल मोतिहारी से जागरूकता रैली निकाली गई । सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि कुछ लोगों की अशिक्षा व असावधानी के कारण एड्स जैसे रोग जिले में बढ़े हैं । उन्होंने बताया कि इसके लिए जिले में जागरूकता फैलाना बहुत ही जरूरी है, तभी इसके मामले में कमी आएगी।

– बिहार में दूसरे स्थान पर है जिला

एचआईवी के नोडल पदाधिकारी डॉ नागमणि सिंह ने कहा कि एड्स संक्रमण में पूर्वी चम्पारण जिला बिहार में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने बताया कि जिले में 17 आईसीटीसी केंद्र हैं । उन्होंने बताया कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों व जिले के रेडक्रॉस में एच आईवी की जाँच की जाती है। उन्होंने बताया कि 4 हजार 700 इलाजरत एड्स के मरीज को सरकार द्वारा निःशुल्क दवाओँ के साथ ही परवरिश योजना के तहत 1500 रुपये प्रतिमाह आर्थिक सहायता दी जाती है, वही उनके बच्चे जो एड्स संक्रमित होते हैं ,उन्हें भी 1000 रुपए प्रतिमाह सहयोग राशि दी जाती है।

– भारत नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में पॉजिटिव की संख्या में हुई वृद्धि

एसीएमओ डॉ रंजीत राय ने बताया कि भारत नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में एड्स पॉजिटिव की संख्या में लगातार वृद्ध हो रही है। बाहर से आये मजदूर भी संक्रमण लेकर आ रहे हैं। एड्स काउंसलर मिथिलेश कुमार ने बताया कि जिले में संक्रमितों में 60 प्रतिशत पुरुष और 25 प्रतिशत महिलाएं व 15 प्रतिशत युवा व ट्रांसजेंडर भी शामिल हैं। इस मौके पर सीएस डॉ अंजनी कुमार, एसीएमओ डॉ रणजीत रॉय, डॉ नागमणी सिंह, मिथिलेश कुमार सहित कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

– शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जरूरी उपाय
एचआईवी संक्रमित व्यक्ति संतुलित आहार का सेवन करें। तनाव मुक्त रहें और इसके लिए नियमित तौर पर योग और व्यायाम करें। प्रतिदिन दौड़ना, पैदल चलना, तैरना, साइकिल चलाना शुरू करे।

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