भारतीय संस्कृति और शिक्षा अपने आप में महान है – डॉ बालो यादव

भारतीय संस्कृति और शिक्षा अपने आप में महान है – डॉ बालो यादव

जे टी न्यूज


समस्तीपुर:भारतीय संस्कृति और शिक्षा अपने आप में महान है । भारत प्राचीन युग से ही शैक्षणिक एवं संस्कृति उन्नयन की दृष्टि से विश्व का सिरमौर रहा है । भारत की शिक्षा और संस्कृति की छाप साफ दिखाई देता है । उक्त बातें राणा जनार्दन सिंह तारणी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पतसिया में आयोजित सेमिनार में बीएसटीए के जिलाध्यक्ष डॉ बालो यादव ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कही । भारतीय शिक्षा एवं संस्कृति की विदेश यात्रा विषयक सेमिनार का दीप जलाकर उद्घाटन जिप अध्यक्ष खुशबू कुमारी ने किया । संचालन मुकेश कुमार मृदुल ने किया । सेमिनार में वक्ताओं ने कहा कि पुराण व कथाओं में विभिन्न ऋषि – मुनियों का ज्ञान दान भारत की सीमाओं तक बंधा नहीं था , बल्कि वह वसुधैव कुटुंबकम की भावना के साथ विश्वव्यापी था । विश्वव्यापी होने के कालांतर में बौद्ध दर्शन ने भारत की शिक्षा और संस्कृति को कतिपय देशों में फैलाया । इसका प्रमाण तो यह है कि भारत में भले ही बौद्ध धर्म के प्रसार की रफ्तार धीमी पड़ गई हो लेकिन विदेशों में अपना मान जमाए हुए है । महत्वपूर्ण बात यह है कि गुलामी के लंबे दौर में भी भारत के ज्ञान व गरिमा का लोहा दुनिया ने माना है । आगत अतिथियों को विद्यालय परिवार की ओर से सम्मानित किया गया । इस अवसर पर विद्यालय परिसर में अतिथियों ने पौधरोपण कर पर्यावरण सुरक्षा का संदेश दिया । मौके पर पूर्व एमएलसी राणा गंगेश्वर प्रसाद सिंह , डॉ. भोला झा , जगन्नाथ कुंवर ,एचएम अखिलेश कुमार वर्णी , राणा संजीव सिंह , राणा पंकज सिंह , शिक्षक राजीव कुमार राय , राकेश कुमार , परशुराम कुमार , विनोद कुमार , विशाल कुमार , मनोज दुबे , राणा अजय सिंह , राणा शुभेश्वर सिंह , शालिनी कुमारी , माही राणा , सुहानी प्रिया , छात्र छात्रा सहित आदि गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।

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