स्वतंत्रता सेनानी सह ताम्रपत्र धारी स्मृति शेष स्व0विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव का41 वीं पुन्यतिथि मनाई गई।

स्वतंत्रता सेनानी सह ताम्रपत्र धारी स्मृति शेष स्व0विश्वनाथ
प्रसाद श्रीवास्तव का41 वीं पुन्यतिथि मनाई गई।

स्वतंत्रता सेनानी विश्वनाथ बाबू की प्रतिमा गाँधी आश्रम
संग्रहालय में रखने की अनुमति मिलनी चाहिए – विनोद श्रीवास्तव ।

जे टी न्यूज
मुजफ्फरपुर: सुभाष चौक स्थित सेनानी सदन परिसर में स्वतंत्रता सेनानी सह ताम्रपत्र धारी
स्मृति शेष स्व0 विश्वनाथ
प्रसाद श्रीवास्तव की 41 वीं
पुण्यतिथि बड़े ही धूम- धाम से मनाई गई।समारोह की अध्यक्षता बज्जिका विकास मंच मुजफ्फर पुर के अध्यक्ष
डा 0 शारदा चरण श्रीवास्तव
एवं संचालन दरभंगा समाहार
स्मारिका के सम्पादक अमिताभ कुमार सिन्हा ने किया।समारोह का आयोजन स्वतंत्रता सेनानी संस्थान के मुख्य संरक्षक साहित्यकार कविरवींद्रकुमाररतन,अध्यक्षा डा 0 पूर्णिमाकुमारीश्रीवास्तव एवं सचिवसरोज वाला सहाय
ने संयुक्त रुप से किया ।
समारोह में मुख्य वक्ता के रुप में जनता दल यू के राष्ट्रीय सचिव संजय वर्मा,राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष
विनोद श्रीवास्तव ,भाजपा नेता ,चार बार से वार्ड पार्षद चुने जाने बाले नगर परिषद के पुर्व उपाध्यक्ष विजय लाला
एवं वार्ड न0 21 के विजयी वार्ड पार्षद अमित कुमार सिंह
उपस्थित रहे।
साहित्यकार शिरोमणि के रुप में बज्जिका विकास मंच के उदय नारायण सिंह,प्रेमकुमार वर्मा,तथा संस्कार भारती से सम्बध बज्जिका कवयित्री उषा किरन श्रीवास्तव भी उपस्थित रहीं । शिक्षा विद पूर्व जिला शिक्षा अधीक्षक
सुरेन्द्रप्रसादश्रीवास्तव,बज्जिका साहित्य के पुरोधा अखौरी चंद्रशेखर, लोक रामायण केकवि ज्वाला सांध्य पुष्प जीके भी वेशेष उपस्थिति सराहनीय रहल ।
सब मनचासीन साहित्यकार, राजनीतिज्ञ आयोजकमिलके
दीप प्रज्वलित कर कार्य क्रम का उद्घाटन किए ।सभी लोग बारी बारी से स्वतंत्रता सेनानी की मूर्ति पर एवं तश्वीर पर पुष्प माला चढाकर अपनी श्रधान्जलि अर्पित की ।
आयोजक रवींद्र कुमार रतन नेआये सभी अतिथियों का एक – एक कर मालापहनाकर
स्वागत किया और इस ठंढ़ में आने के लिए आभार प्रकट किया।विषय प्रवेश कराते हुए
कहा कि स्वतंत्रता सेनानी स्मृति शेष विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव जी हमारे पिता श्री थे। हम सबकोछोड़कर1981
के 23 दिसम्बर को यहाँ से दुर अपने मित्र रामलाल के घर चांद पार भटनी,देवरिया मे उनकी मृत्यु हो गई। वे आजादी के बाद जिला सहकारिता पदाधिकारी हाजीपुर मे कार्य रत थे मात्र 58 साल से पुर्व ही उनका देहांत हो गया।वे 42 के आन्दोलन में जे पी के साथ हजारी बाग एवं मुजफ्फर पिर केन्द्रिय कारा मे बँद रहे।2वर्षों तक फरार भी रहे।बड़ी बहन की शादी के कारण उन्हे तत्कालीन अनुमंडलधीकरी जगदीश चंद्र माथूर ने रिहा का आदेश निकला।हम बड़े भाग्य शाली है कि उनके जैसे महान पिता का पुत्र होने कासौभाग्य हमेप्राप्त हुआ।हमारी भगवान से प्रार्थना है कि अगरमेरा जन्म होतो वही मेरे पिता हों।


सुरेन्द्र प्रसाद ने अपने कई संस्मरणो के साथ उन्हे याद कर श्रद्धा निवेदित किए।
उदय ना0 सिंह एवं प्रेम कुमार ने उनके लम्बे व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हे देश काएकसच्चासिपाही एवं उनके व्यक्तित्व को अनुकर्णीय बताया।
कवयित्री उषा वर्मा ने उन्हे वैशाली का ही नहीं अपितु बिहार का निर्माता एव युवओं का मार्गदर्शक बताया।
इस अवसर पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों मे सराहनिय कार्य करने बाले साहित्यकारों समाजसेवियों ,राजनीतिज्ञों को लगभग25 को सादर सम्मानित अंग वस्त्र एवं प्रशस्थी पत्र देकर किया गया।
उनकी याद में उनके इक्षा के अनुरुप 15 निर्धन गरीबो को कम्बल का वितरण कर यश का भागी बने।
समारोह में पूर्व बैंक कर्मी अमर नाथ सिंह,उमेश कुमार श्रीवास्तव,पूर्व रेल कर्मी देव नाथ चौधरी,सुधीर कुमार सिन्हा,शिक्षा कर्मी सुधीर कुमार सिंह,सी के सिंह पुर्व दारोगा,भूषण सिंह,कौशल किशोर पत्रकार,मनीष कुमार सिंह सम्पादक दैनिक हरिपुर
पूर्व मुखिया दीपकसिन्हा, पंकज कुमार सिन्हा,अमर दीप फूलन,युवा महासचिव रणजीत श्रीवास्तव,आयकर अधिकारी कामेद्र कुमार श्रीवास्तव,सुरेश चंद्र वर्मा के अलाबे महिला सशक्ति करण के प्रतीक कवयित्री ,गाईका सुधावर्मा,पूर्णिमाश्रीवास्तव, सरोज वाला सहाय,अनुराधा कुमारी,पुष्पा कुमारी,कविता कुमारी,पदमनाभ की संपादिका डा 0 प्रतिभा परासर,बज्जिकाकवयित्री रश्मिचौधरी,गीताचौधरी, अपराजिता मिश्रा,डा 0पायल सिंह,पूर्व पार्षद माला सिंह आदि की उपस्थिति सराहनिय एवं प्रशंसनीय रही।
अभी-अभी विजयी वार्ड पार्षद विजय लाला एवं अमित कुमार सिंह का सम्मान अंग वस्त्र मेमंटो एवं प्रशस्थी पत्र देकर किया गया और आशा प्रकट किया गया कि उनके द्वारा समाज का विकास एवं उत्थान होगा।
अन्त मेंशिवम,आहान सिंह रश्मि ,प्रतिभा परासर,पूर्णिमा श्रीवास्तव ,सुधावर्मा,अमिताभ सिन्हा,रवींद्र रतन,ज्वाला सांध्य पुष्प ,उषा किरन के काव्य पाठ के बाद मनीष जी के द्वारा धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया गया ।
अखिल भारतीय कायस्थ शिरोमणि विनोद श्रीवाद्तव ने सरकार से अपील करते हुए मांग की ,कि स्वतंत्रता सेनानी विश्वनाथ प्रसाद श्रीवास्तव की मूर्ति गाँधी आश्रम संग्रहालय में रखनेकी व्यबस्था हो।ताली बजा कर लोगों ने इसका समर्थन किया 

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