खाने के अनाज से इथनौल नहीं बनने देगा ईंख उत्पादक संघ

खाने के अनाज से इथनौल नहीं बनने देगा ईंख उत्पादक संघ
जे टी न्यूज़


बेतिया : बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ के महासचिव प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि केंद्र सरकार के निर्देश पर बिहार में इथनॉल प्लांट लगाकर खाने के अनाज से इथनौल बनाने के विरुद्ध आंदोलन किया जाएगा । उन्होंने कहा कि बिहार कृषि आधारित राज्य है और प्राकृतिक आपदा का शिकार हमेशा होता रहा है। उत्तर बिहार में बाढ़ की विभीषिका तो दक्षिण बिहार में सुखार का प्रकोप बिहार में खाने के अनाज पर्याप्त मात्रा में नहीं होने देता है । हमारे बिहार के किसान लगातार पैदावार बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं । लेकिन केंद्र सरकार राज्य सरकारों से किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिलने की स्थिति में घाटे की खेती करने पर विवश है ।उन्होंने कहा कि जब बिहार में चीनी मिलों के माध्यम से इथनौल बनाया जा रहा है । तो बंद पड़े सभी चीनी मिलों को चालू क्यों नहीं किया जा रहा ।जिससे बड़े पैमाने पर चीनी का पैदावार होता । यह सरकार की दुरंगी नीति बिहार को भुखमरी के कगार पर लाने की योजना है । उन्होंने कहा कि बिहार में अंग्रेजों के जमाने से ही चीनी मिले चल रही है और जिसे नगदी फसल के रूप में जाना जाता है । किसानों को लाभ भी मिला है । लेकिन केंद्र सरकार के द्वारा गन्ना के लागत का सही मापदंड नहीं करके मनमाने तरीके से चीनी मिलों के दबाव में गन्ने के दाम का निर्धारण करती है । उस पर राज्य सरकारों को समर्थित मूल्य देने का जो अधिकार प्राप्त है । उसका इस्तेमाल नहीं कर रही है । बिहार राज्य ईंख उत्पादक संघ अपने तीसरे राज्य सम्मेलन 9 जुलाई को मोतिहारी में संघर्ष की रणनीति बनाएगा ।

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