दहशत में खादी ग्रामोद्योग के मंत्री का परिवार, अनुसंधान से आगे नहीं बढ़ी पुलिस कार्रवाई

दहशत में खादी ग्रामोद्योग के मंत्री का परिवार, अनुसंधान से आगे नहीं बढ़ी पुलिस कार्रवाई
कार्यालय, जेटी न्यूज


समस्तीपुर। जिले के पूसा प्रखंड स्थित वैनी बाजार के अनुमंडलीय खादी ग्रामोद्योग के मंत्री धीरेन्द्र कार्यी की ईमानदारी, कर्मभूमि के प्रति निष्ठा, दायित्व के प्रति समर्पण और कर्तव्य बोध उनके और उनके परिवार पर भारी पर रहा है। मंत्री को मिली हालिया धमकी के बाद से उनका परिवार दहशत के साये में जीने को विवश है। संवाददाता से हुई बातचीत के दौरान श्री कार्यी ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यशैली पर क्षोभ जताते हुए कहा कि हाल ही में हुई लूटपाट और धमकी वाली घटना की सूचना लिखित आवेदन देने के बावजूद थानाध्यक्ष का मामले की जानकारी होने से इन्कार करना चिन्ताजनक है। थानाध्यक्ष द्वारा अपने साथ हुई घटना में शामिल अपराधियों को शह देने की आशंका व्यक्त करते हुए श्री कार्यी ने कहा कि इसके पुर्व इसी वर्ष 4 मार्च 2023 को रात करीब 1 बजे खादी ग्रामोद्योग परिसर में करीब 6 लोगों को संदिग्ध रूप से घूमते हुए सीसीटीवी कैमरे ने पकड़ लिया था। जो संभवत: मेरे साथ किसी वारदात को अंजाम देने आये थे। इस मामले में कैमरे की रिकार्डिंग सहित प्राथमिकी दर्ज भी कराई गई थी, जिसमें अनुसंधान करते हुए आईओ ने प्रतिवेदन में मामले की पूष्टी करते हुए मंत्री श्री कार्यी के आशंका को जायज ठहराया था, मगर अनुसंधान और प्रतिवेदन से आगे इस दिशा में पुलिस अब तक कोई कार्रवाई नही कर सकी है। वह भी तब जब इस मामले में श्री कार्यी ने तत्कालीन डीएसपी एवं डीएम से स्वयं व्यक्तिगत रूप से मिल कर जानमाल पर खतरे की बात बता कर सुरक्षा की गुहार लगाई थी। श्री कार्यी ने बताया कि खादी ग्रामोद्योग की बदहाली और यहां मची लूट की जानकारी मुझे पहले से ही थी। यहां आते ही मै खादी आयोग द्वारा दी गई जिम्मेदारी को पूरा करने मे जुट गया। इससे खादी ग्रामोद्योग की बदहाली को ताक पर रख कर संस्था को लूट-बेच कर मौज करने वालों को परेशानी होने लगी। पहले डराने धमकाने का खेल चला, उसके बाद 2014 में मुझे खादी ग्रामोद्योग वैनी में मची लूट पर कार्रवाई नहीं करने का दबाव बनाने केलिए मेरे पुत्र मधुरेंद्र कुमार मधु की राॅड, लाठी, डंडे से पीट पीट कर हत्या की कोशिश की गई थी, मगर ईश्वर की कृपा से मधु को हमने बचा लिया। इस मामले में भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जिससे इन लोगों का मनोबल बढा है। इससे हमलोग भयभीत हैं। मेरे साथ हुई हर घटना में खादी भंडार के अवैध किरायेदार और कुछ स्थानीय खादी कर्मी के प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से शामिल होने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। जानकार सुत्रों की मानें तो खादी भंडार को बदहाली से उबार कर उसकी पुरानी प्रतिष्ठा लौटाते हुए पुन: जनोपयोगी बनाने केलिये प्रतिबद्धता पूर्वक समर्पित मंत्री श्री कार्यी के साथ हुई घटना में संलिप्त बदमाशों के तार खादी ग्रामोद्योग की जमीन से विस्थापित अवैध किरायेदारों, व्यवसायियों और शराब कारोबारियों से जुड़े हैं और शराब कारोबारियों और पुलिस का रिश्ता किसी से छुपा नहीं है। यही कारण है कि पुलिस मंत्री के दोषियों के विरुद्ध दर्ज मामलों को ठंडे बस्ते में डाल देती है। अभी हाल में मंत्री के साथ हुई घटना के बाद भी पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी उनके आवेदन पर गंभीर होते हैं या किसी बडी घटना का इन्तज़ार करते हैं, इसका जवाब तो आने वाला वक्त ही दे सकेगा।

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