मंत्री आलोक मेहता द्वारा पंच सरपंच के द्वारा निर्गत वंशावली सर्वमान्य, संबंधित कानून बनाने जैसी दी गई बयान स्वागत योग्य

मंत्री आलोक मेहता द्वारा पंच सरपंच के द्वारा निर्गत वंशावली सर्वमान्य, संबंधित कानून बनाने जैसी दी गई बयान स्वागत योग्य

जे टी न्यूज, खगड़िया :
भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता द्वारा पंच सरपंच व ग्राम कचहरी के द्वारा निर्गत वंशावली को सर्वमान्य करने , संबंधित कानून बनाने, जायज ठहराने एवं समर्थन देने जैसी बयान देने का बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सह खगड़िया जिला अध्यक्ष किरण देव यादव ने हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया है। मंत्री द्वारा दी गई बयान की पंच सरपंच द्वारा निर्गत वंशावली सर्वमान्य होगा। उसी के आधार पर जमीन की आपसी बंटवारा एवं जमीनी समस्या का समाधान करना संभव हो पाएगा, संबंधित कानून बनाया जाएगा। उक्त बयान का पंच सरपंच संघ ने तहे दिल से स्वागत किया है एवं मंत्री आलोक मेहता का सराहना करते हुए साधुवाद एवं बधाई दिया।
श्री यादव ने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, सुप्रीम कोर्ट, पंचायती राज मंत्री मुरारी गौतम सहित दर्जनों विधायक सांसदों के द्वारा पंच सरपंच के 11 सूत्री मांगों को जायज ठहरने ग्राम कचहरी को सशक्त करने सम्मान सुरक्षा सुविधा देने हेतु समर्थन संबंधी बयान के बावजूद माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चुप्पी साधे रहना, मांगे पूरी नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुख्यमंत्री को हठधर्मिता से बाज आनी चाहिए। श्री यादव ने कहा कि आज बिहार सरकार “अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टेके सेर खाजा” वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। किसी कर्मी को दुगुनी वेतन वृद्धि, किसी को कुछ नहीं, यह नीति दुर्भाग्यपूर्ण है एवं सौतेलापन व्यवहार है, जो घोर निंदनीय है।


उक्त परिस्थिति में पंच सरपंच दिसंबर के अंतिम सप्ताह में महामहिम राज्यपाल महोदय एवं माननीय मुख्यमंत्री महोदय के समक्ष सवा लाख पंच सरपंच सामूहिक इस्तीफा देने को तत्पर हैं, जिसका जिम्मेदार बिहार सरकार की होगी।
श्री यादव ने कहा कि तत्पश्चात पंच परमेश्वर द्वारा दी गई सामूहिक इस्तीफा का जिम्मेवार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग को लेकर आर पार की लड़ाई व जुझारू आंदोलन पंच सरपंच संघ तेज करेगी, जिसका जिम्मेदार नीतीश सरकार की होगी।

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