प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिंह विद्यालय को भी मां की नजरों से देखते है
प्रधानाध्यापक मनोज कुमार सिंह विद्यालय को भी मां की नजरों से देखते है
जे टी न्यूज, सासाराम: शिक्षा की मंदिर विद्यालय से उनका पुराना रिश्ता रहा है। क्योंकि जिस विद्यालय में वह आसीन हैइससे पहले इसी शिक्षा के मंदिर में इनकी मां जीरा देवी शिक्षक के रूप में कार्यरत थी। मां की ऑक्स को देखते हुए मां की कर्मभूमि मानते हुए विद्यालय को भी मां की नजरों से देखते हैं।
और खूब सेवा करते हैं। पहले भी इस विद्यालय में प्रधानाध्यापक मनोज कुमार 2007 में सहायक शिक्षक के पद पर आसीन थे। 2007 से लेकर 2015 तक सहायक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में कार्य किया। फिर स्थानांतरण अन्यत्र जगह हुआ।
पुन: प्रमोशन करते हुए पूर्ण प्रधानाध्यापक के रूप में पद स्थापित हुआ। लेकिन जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा 13 दिन बाद ही मुझे इस विद्यालय में समायोजित करते हुए पूर्ण रूप से प्रधानाध्यापक का प्रभार मिला। मैं विद्यालय के विकास के लिए कृत संकल्प हूं।
उन्होंने विद्यालय में प्रवेश करने के साथ ही महीने दिन के अंदर समरसेबल,टंकी, इलेक्ट्रिक वायरिंग,रंग रोगन, विद्यार्थियों को बैठने की व्यवस्था, शिक्षा दीक्षा को सुचारू रूप से संचालन करने की व्यवस्था, विद्यार्थियों को प्रतिदिन विद्यालय आने की सुदृढ़ व्यवस्था बना डाला।
साथ ही शिक्षकों के प्रति कड़ी दिशा निर्देश दे रखे हैं की पढ़ाई में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। और स समय सभी शिक्षकों को उपस्थित होना अति आवश्यक है।