144 करोड़ भारतीयों के सर्वश्रेष्ठ योगदान से ही 2047 तक भारत बनेगा विश्वगुरु:- प्रधानाचार्य, प्रो. मो. रहमतुल्लाह

144 करोड़ भारतीयों के सर्वश्रेष्ठ योगदान से ही 2047 तक भारत बनेगा विश्वगुरु:- प्रधानाचार्य, प्रो. मो. रहमतुल्लाह

महारानी कल्याणी महाविद्यालय में 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य प्रो. मो. रहमतुल्लाह ने किया झंडोत्तोलन

 

जे टी न्यूज़, लनामिवि दरभंगा:- स्थानीय महारानी कल्याणी महाविद्यालय, लहेरियासराय, दरभंगा में 75 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य रहमतुल्लाह ने झंडोत्तोलन किया। झंडोत्तोलन के पश्चात राष्ट्रगान का आयोजन हुआ। जिसके बाद पूरा महाविद्यालय वंदे मातरम, भारत माता की जय व वीर सपूतों अमर रहे के नारों से गूंज उठा। इस दौरान भारत की आजादी व संविधान निर्माण से जुड़े सभी वीर सपूतों को याद किया गया और उनके याद में नारे लगाया गया। झंडोत्तोलन के पश्चात अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रधानाचार्य प्रो. मो. रहमतुल्लाह ने महाविद्यालय की विविध उपलब्धियों व भविष्य की कार्य योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।

आगे उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में शासन प्रणाली का सबसे विकसित व अद्यतन तंत्र, लोकतंत्र है। भारत ने सदियों तक राजतंत्र की शासन प्रणाली देखी। मुगलों का शासन व करीब 200 सालों तक अंग्रेजी शासन के अधीन रहा। लंबी लड़ाई के बाद भारत को 1947 में आजादी मिली जिसमें लाखों वीर सपूतों ने अपना जान तक न्योछावर कर दिया। उन सभी को नमन करता हूँ। आजादी के बाद राष्ट्र में लोकतंत्र स्थापित करने के लिये संविधान की जरूरत हुई। बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान लिखा जो कि राष्ट्र में 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।

उसी के उपलक्ष्य में पिछले 75 वर्षों से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। अब इस गणतंत्र भारत को विकसित भारत और बेहतर भारत बनाने में आप सबों की अहम भूमिका है। देश अभी अमृतकाल में है। 2047 में भारत के आजादी के 100 वर्ष पूरे हो जाएंगे। पीएम मोदी ने “विकसित भारत @2047” का आह्वान कर दिया है। देश तरक्की के मार्ग पर अग्रसर है। ये सदी भारत की सदी है। आपलोगों को यह समझना होगा कि विकसित भारत में आप सभी लोगों का सर्वश्रेष्ठ योगदान जरूरी है। जिस दिन 144 करोड़ भारतीय अपने अधिकार के साथ-साथ कर्तव्यों को भी समझ जाएंगे। उस दिन भारत को विश्वगुरु बनने से कोई रोक नहीं सकता। अभी पूरी दुनिया में भारत की आबादी अपने युवावस्था के दौर से गुजर रहा है। इसीलिए हे भारत के युवाओं अब आनेवाली पीढ़ी व विकसित भारत की डोर आपके हाथों में है। तो आईये और यहां उपस्थित सभी छात्र-छात्रा,

शिक्षक व कर्मी 75 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रण लेते हैं कि हम अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति भी जागरूक हो और लोगों को कर मैं की जगह हम की भावना से विकसित भारत @2047 के प्रति अपना-अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान सुनिश्चित करें। वंदे मातरम, भारत माता की जय। इस दौरान महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य सह इंग्लिश विभागाध्यक्ष सह महाविद्यालय के वरीय शिक्षक प्रो. परवेज अख्तर, महाविद्यालय के बर्सर सह भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ. शम्से आलम, महाविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक सह हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक प्रभात, महाविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक सह गणित विभागाध्यक्ष डॉ. रंजन कुमार ठाकुर व राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी मुकुल किशोर वर्मा समेत प्रधान सहायक कन्हाई कुमार चौधरी, वरिष्ठ लेखापाल विमल कुमार, लेखापाल शेखर कुमार चौधरी समेत सभी विभाग के शिक्षक, कर्मी व सैकड़ों छात्र-छात्रा उपस्थित थे। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना की तरफ से छात्र-छात्राओं ने विविध कार्यक्रम व मनमोहक झांकी पेश किया।

Related Articles

Back to top button