तुम बस गम बताओ!

  1. तुम बस गम बताओ!

जे टी न्यूज़


होठों की मुस्कान छीन कर
बोलते हैं मुस्कुराओ,
गम कोई है तो हमें बताओ,
हर नगमे का ताला रखते हैं हमे
तुम बस गम बताओ|

जिस शहर में आया हूं मैं उस
शहर का मरहम बताओ,
मुकद्दर को छीन कर कदमों में
रख देंगे तुम बस गम बताओ|

हम कहते हैं तुम मुस्कुराते क्यों नहीं
तुम्हारे शहर ने मुस्कुराना नहीं सिखाया,
किसी अजीज ने छीन ली तुम्हारी
मुस्कुराहट तो उस शहर को देख मुस्कुराओ,
कोई राज गहरा है मुस्कुरा के गम बताओ|

अगर गुजरे हुए जमाने में छीन ली
तुम्हारी मुस्कुराहट तो उस शख़्स
का नाम बताओ,
शक्ल बदल देंगे तुम बस गम बताओ|

#मीनू वर्मा

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