प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाने और वेतन भुगतान की मांग को लेकर तालाबंदी जारी

प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाने और वेतन भुगतान की मांग को लेकर तालाबंदी जारी

जे टी न्यूज, दरभंगा: प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाने और वेतन भुगतान की मांग को लेकर मिथिला महिला महाविद्यालय आजमनगर दरभंगा में तालाबंदी का छटा ( 6 )दिन है। विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों द्वारा अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। जबकि प्रभारी प्रधानाचार्य अपने हठधर्मिता पर अभी तक कायम हैं। वहीं महाविद्यालय के कर्मियों का कहना है कि महाविद्यालय निरीक्षक के द्वारा ये बयान देना की संबंद्धता प्राप्त महाविद्यालय का सबकुछ शासी निकाय होता है तो फिर विश्वविद्यालय द्वारा प्रभारी प्रधानाचार्य पर दिनांक 29-11-22 को मेमो नं LNMU/IC/337/22 के द्वारा फिर जांच कमिटी क्यों गठित की गई। वहीं जांच कमिटी में प्रभारी प्रधानाचार्य पर ये आरोप लगाया था कि बिना किसी कारण के अनुदान में विलंब करना और गलत तरीके से शिक्षाविद् का मनोनयन करना रहा है। वहीं विश्वविद्यालय नियम परिनियम में पेज नं 198 पार्ट 2 के सीरियल नं 3 के छठे प्वाइंट में स्पष्ट लिखा है
जब चार सदस्य से कोरम पूरा होता है तो फिर तीन सदस्य का हस्ताक्षर करा कागजात विश्वविद्यालय को सौंपा गया था। आज तक जांच कमिटी का रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुआ इससे प्रभारी प्रधानाचार्य के ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता।
आज हड़ताल के छठे दिन सभी कर्मियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के लचर कानून व्यवस्था पर आक्रोश व्यक्त किया। वहीं कल के शासी निकाय के बैठक में बतौर सदस्य शिक्षक प्रतिनिधि को शामिल होने पर सबों शिक्षक प्रतिनिधि से कहा आप बैठक में जायें, अगर प्रभारी प्रधानाचार्य को जबतक प्रभार मुक्त करने का निर्णय माननीय जनप्रतिनिधि महोदय सह अध्यक्ष शासी निकाय नहीं करेगें तब तक हमलोग तालाबंदी जारी रखेगें।

जब 11 महीने से हमारा मासिक भुगतान और राज्यानुदान लंबित था माननीय अध्यक्ष हमलोगों के आंसू भी पोंछने एक दिन भी महाविद्यालय नहीं आये। वहीं महाविद्यालय के राजनीति विभाग के सहायक प्राध्यापक डा० सूरेश राम ने कहा की हमलोग दिनांक 05-08-24 से अनिश्चितकालीन तालाबंदी महाविद्यालय में कर रहे हैं मगर माननीय अध्यक्ष महोदय ने अभी तक महाविद्यालय में आकर हमलोग से वार्ता ना कर प्रभारी प्रधानाचार्य महोदय से बात कर सीधा अपने आवास पर बैठक बुलाये हैं ये हमलोगों के जनभावना के साथ खिलवाड़ है और पद से त्यागपत्र देने वाले शिक्षाविद् सह सचिव को पद पर बने रहने का पैरोकार बने हैं। ये सरासर ग़लत है।

अंत में सभी कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा है जबतक प्रभारी प्रधानाचार्य को पद मुक्त नहीं किया जायेगा तब तक हमलोग अनिश्चितकालीन तालाबंदी जारी रखेगें।

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