स्वास्थय विभाग की खुली पोल: महिला ने सुविधा के अभाव में अस्पताल जाने के दौरान सड़क पर ही बच्चे को दिया जन्म ।

जेटी कार्यालय पुर्णिया: एक बार फिर सुशाशन राज की पोल खुल गयी है। बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण पीड़ित महिला ने अस्पताल जाने के दौरान सड़क पर ही बच्चे को दिया जन्म। घटना उस वक्त की है जब पीड़ित महिला को अचानक से दर्द हुआ जल्दी-जल्दी में परिजनों के साथ रिक्शे पर बैठकर सदर अस्पताल जाने लगी,वो इसलिए कि ना इन्हें एम्बुलेंस की सुविधा मिल पाई, ना किसी गाड़ी की व्यवस्था ही हो पाई।
इसी क्रम में आस्था मंदिर पहुंचते-पहुंचते महिला ने दर्द से बेहाल होकर सड़क पर ही नवजात शिशु लड़के को जन्म दे दिया ।
इस तरह की घटना देखने के लिए लॉक डाउन  में भी तकरीबन 15 – 20 लोगों की संख्या में भीड़ लग गई उसी सड़क से जा रहे हैं प्रशिक्षु  डीएसपी प्रमोद रंजन की नजर महिला पर जब पड़ी तो उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी पर महिला को बिठाकर पूर्णिया सदर अस्पताल पहुंचाया, एवं उचित इलाज के लिए महिला वार्ड में भर्ती करा दिया ।खबर लिखे जाने तक बच्चा और जच्चा दोनो स्वस्थ है।

इस संबंध में बताया कि पीड़ित महिला सोनी देवी 35 वर्षीय ने की हम 5 बच्चे की मां है मेरा विवाह विगत 15 वर्ष पूर्व भूलन चौधरी माता चौक निवासी से हुई थी
इनके पति भूलन चौधरी पैसे से कारीगर हैं होटल में व्यंजन बनाया करते हैं पीड़ित महिला से बात करने पर पता चला कि उनका इलाज पूर्णिया सदर अस्पताल में ही चल रहा था उन्हें 17 अप्रैल यानी आज का दिन ही दिया गया था डिलीवरी के लिए परंतु महिला को किसी भी प्रकार का दर्द नहीं हो रहा था जिस कारण वह अस्पताल नहीं गई थी जबकी महिला के पति ने सुबह में अपनी पत्नी से पूछा भी था कि आज का दिनांक दिया गया है डिलीवरी के लिए तुम चलो इस बात पर पत्नी ने जाने से साफ इंकार कर दिया कि मुझे किसी भी प्रकार की पीड़ा नहीं है कोई भी दर्द का अनुभव नहीं हो रहा है इसलिए आज नहीं जाऊंगी इतने में ही लगभग 1:00 से 1:30 बजे के बीच महिला को प्रसव दर्द सताने लगा एवं सुविधा के अभाव में रिक्शा पर बैठ कर महिला चल पड़ी प्रसव कराने।

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