मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया पटना पुस्तक महोत्सव का उद्घाटन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया पटना पुस्तक महोत्सव का उद्घाटन

जे टी न्यूज, पटना: बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज गांधी मैदान में आयोजित पटना पुस्तक महोत्सव का उद्घाटन किया। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा आयोजित यह पुस्तक मेला 27 मार्च तक चलेगा। सभी के लिए प्रवेश निःशुल्क है।
एनबीटी के अध्यक्ष श्री मिलिंद सुधाकर मराठे ने मुख्यमंत्री को शॉल और पुस्तकों का गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर एनबीटी के निदेशक श्री युवराज मलिक भी मौजूद थे। पुस्तक महोत्सव की गतिविधियों के तहत चिल्ड्रन कॉर्नर में बच्चों के लिए बिहार दिवस थीम पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। योग और नालंदा के पुनर्निर्माण पर कार्यशालाएं भी आयोजित की गईं।
पुस्तक महोत्सव में देश भर के 100 से अधिक प्रमुख प्रकाशक 300 स्टॉलों के माध्यम से अपने बहुमूल्य और नवीनतम संग्रह प्रदर्शित कर रहे हैं।
आने वाले दिनों में आगंतुकों के लिए कई रचनात्मक और बौद्धिक गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं, जिनमें कल नालंदा संवाद भी शामिल है, जो विचारों, अंतर्दृष्टि और प्रेरणा के लिए एक मंच है, जिसमें साहित्य, कला, इतिहास, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आदि जैसे विविध क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ संवादात्मक सत्र होंगे।
इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट वक्ताओं में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म समीक्षक विनोद अनुपम, माइक्रोसॉफ्ट के वरिष्ठ प्रौद्योगिकी पेशेवर, लेखक एवं वक्ता बालेंदु शर्मा दाधीच, पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित, प्रख्यात चित्रकार, कलाकार, लेखक एवं कवि श्याम शर्मा, प्रख्यात इतिहासकार एवं खुदाबख्श ओरिएंटल लाइब्रेरी, पटना के पूर्व निदेशक प्रो. इम्तियाज अहमद और नालंदा विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक अध्ययन संकाय की प्राध्यापक डॉ. एलोरा त्रिवेदी शामिल हैं।
इसके अलावा, बिहार के उन लेखकों को नालंदा संवाद कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा, जिन्हें युवा और महत्वाकांक्षी लेखकों के लिए पीएम-युवा मेंटरशिप योजना के पहले और दूसरे संस्करण में प्रशिक्षित किया गया था। इनमें उत्कर्ष आनंद, निसार अहमद, सफ़ियाह अख़्तर सुभानी और दीपशिखा शामिल हैं।
पुस्तक प्रेमियों को आकर्षित करने और पुस्तक-प्रेम को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के लिए कई रचनात्मक गतिविधियाँ और सांस्कृतिक गतिविधियाँ प्रतिदिन आयोजित की जा रही हैं।


