वर्षा की बौछारों से जल प्लावित नरहन पंचायत स्थिति नारकीय

वर्षा की बौछारों से जल प्लावित नरहन पंचायत स्थिति नारकीय जे टी न्यूज, समस्तीपुर: मानसून का आना अभी बाकी है फिर भी मानसून के बिगड़ते मिजाज ने आखिर चेतावनी दे दी है वो पूरे तैयारी के साथ आनेवाली है। महज आधे घंटे की मूसलाधार बारिश बर्फ के नन्हीं टुकड़ों को लिए अपनी हैसियत बता दी फलत: नरहन पंचायत के अलग अलग वार्ड जल प्लावित हो गया। स्कूल वा कोचिंग के हजारों छात्र छात्राओं, बाजार करने आए ग्राहकों को बड़ी परेशानी हो रही है। यही नहीं, शादी व्याह हेतु विधि विधान को पूरा करने गई महिलाये बच्चे घुटने भर पानी में हो के चलने को विवश नजर आती दिखी। पंचायत के ललित नारायण चौक महथी, रोसरा अनुमंडल मुख्यालय को जोड़ती है, राहगीरों का चलना दूभर हो गया है। शास्त्री चौक, विभूतिपुर ग्राम पंचायत, खोकसाहा चौक से कल्याणपुर चौक को जानेवाली जल प्लावित राहें तथा उत्तर की और जानेवाली सड़क सभी सड़क यहां के स्थानीय पंचायत स्तर के प्रतिनिधि, स्थानीय विधायक और प्रखंड प्रशासन का जनता की समस्याओं के समुचित समाधान के प्रति बेरुखा व्यवहार घटिया स्तर की बेशर्मी की और इंगित करता है।
स्थानीय दुकानदार बड़े ही मायूसी को बयां करते हुए कहा कि मरने के बाद लोग नरक/ स्वर्ग जाता है, वर्षा के दिनों में लोग बाग नरक को जीते जी अनुभूति कर रहा है। स्थानीय लोगों ने तो यहां तक कहा कि ये वर्षा जल के ठोस निकास नहीं होने के कारण पानी दूषित हो जाता है जिससे बीमारी फैलने का भय रहता है। अन्य लोगों ने बताया कि जब इस बाबत वर्तमान विधायक से बात करने पर ये कहते हुए सुने गए कि ये समस्या हमारे अधिकार से बाहर है और स्थानीय मुखिया से बात करने की सलाह दी। मुखिया प्रतिनिधि ने भी पल्ला झाड़ लिया। अब तो किसी अवतरित पुरुष की बाट जोहने के अलावा कोई उपाय नहीं। नरहन से पतेलिया बांध की स्थिति बद से बदतर है। पतेलिया ,भुसवर से लोग बाग बाजार, स्कूल, प्रखंड मुख्यालय की ओर चलनेवाले आम जन गिरते पड़ते किसी तरह गंतव्य तक पहुंचते हैं।संवाददाता ने इस बाबत समस्या के समाधानार्थ जब वर्तमान विधायक कामरेड अजय कुमार से बात की तो उनका मानना और कहना है कि सभी छोटे बड़े, गलियों का टेंडर हो चुका है बस कम स्टार्ट होने की देर है। यद्यपि काम हो भी रहा है, गति धीमी है। विभूतिपुर प्रखंड के मानचित्र पर नरहन पंचायत प्राथमिकता में नहीं है। लोग ऐसा मानते हैं कि आसन्न विधानसभा चुनाव से पहले नहीं हो सकेगा। खिन्न आम मतदाता में निराशा है जिसे काम के आधार पर ही नरहन निवासियों का दिल जीता जा सकेगा। देखते है कि कितनी जल्दी ऊंट सही दिशा में सही आसन में करवट बैठता है

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