तीन दिवसीय प्रथम अधिवेशन एवं संगोष्ठी 10 से 12 मई 2025 तक नालंदा खुला विश्वविद्यालय नालंदा में सम्पन्न होगा
तीन दिवसीय प्रथम अधिवेशन एवं संगोष्ठी 10 से 12 मई 2025 तक नालंदा खुला विश्वविद्यालय नालंदा में सम्पन्न होगा
जे टी न्यूज मधुबनी : भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के द्वारा इतिहास संकलन समिति दक्षिण बिहार ,पटना के सहयोग से तीन दिवसीय प्रथम अधिवेशन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी आगामी 10 मई से नालंदा खुला विश्विद्यालय के सभागार में आयोजित होगा ।नालंदा खुला विश्वविद्यालय एवं नालंदा कॉलेज बिहारशरीफ के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए आयोजन समिति के द्वारा अथक प्रयास किया जा रहा है ।
नालंदा महिला कालेज के विद्वान एवं प्रखर प्राध्यापिका डॉ0 आभा ने आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की नालंदा के इस ऐतिहासिक धरती पर आयोजित इस प्रथम अधिवेशन एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी में भारतीय इतिहास के जाने माने नामचीन साहित्यिक ,पुरातात्विक मौद्रिक ,कला , अरबी, फारसी अभिलेखीय एवं निजी मौलिक श्रोतों के प्रखर एवं मूर्धन्य विद्वतजनों के द्वारा विचार साझा किया जाएगा ।डॉ आभा ने बताया कि विदेशी श्रोतों के अनुसंधानों के आधार पर विश्लेषण एवं इतिहास लेखन के साथ साथ उनके उपयोग करने वाले विभिन्न संस्थाओं के विद्वान भाग लेंगी एवं अपने अपने विचार साझा करेंगे ।इस संगोष्ठी के माध्यम से भारत के वास्तविक इतिहास को स्थानीय श्रोतों के आधार पर लिखने की दिशा में एक वैचारिक प्रयास होगा ।
वर्ष 2019 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के द्वारा ” आइडिया ऑफ भारत ” पाठ्यक्रम द्वारा देश के विरासत ,सभ्यता और संस्कृति को बढ़ावा देने का सकारात्मक प्रयास भी संगोष्ठी का प्रमुख उद्वेश्य होगा ।इस संगोष्ठी में देश के जाने माने नामचीन इतिहासकार डॉ0 सुरेश पांडे ,प्रो0 राजीव रंजन , डॉ0 देवी प्रसाद सिंह ,शैलेश कुमार एवं प्रोo राजीव कुमार के अलावे दर्जन भर विद्वान भाग लेंगे ।

