विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया

विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया जे टी न्यूज़, सुपौल : राष्ट्रीय सेवा योजना प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय इकाई अनूपलाल यादव महाविद्यालय त्रिवेणीगंज, सुपौल, बिहार के संयुक्त तत्वाधान में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो.अशोक कुमार की अध्यक्षता में एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. विद्यानंद यादव द्वारा संगोष्ठी एवं शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। महाविद्यालय परिसर में संगोष्ठी एवं चयनित ग्राम नगर परिषद लतौना उत्तर, वार्ड नंबर 20, मूसहरी टोला त्रिवेणीगंज में जागरूकता कार्यक्रम किया गया। तंबाकू निषेध से संबंधित शपथ लिया गया। प्रभारी प्राचार्य ने बताये कि तंबाकू एवं इसके उत्पाद के सेवन से परिवार,समाज और पर्यावरण पर पड़ने वाले कुप्रभाव से जागरूक करने हेतु प्रत्येक वर्ष 31 मई को हम लोग विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाते हैं।जैसा हम अन्न खाते हैं, वैसा हमारा मन बनता है। तंबाकू का विभिन्न रूप में सेवन करने से हमारे मन के साथ साथ शरीर के विभिन्न अंग फेफड़ा, लीवर, आंख, आत, किडनी तथा अन्य अंग अपना स्वाभाविक कार्य छोड़कर स्वास्थ्य को बिगाड़ देता है साथ ही साथ हमारी जीवनी शक्ति का ह्रास कर तरह-तरह के घातक रोग उत्पन्न करता है। जिससे हमारी आयु कम होने लगती है यहां तक की कैंसर जैसे जानलेवा घातक रोग भी उत्पन्न करता है। स्वयंसेवकों को चाहिए कि लोगों को इस खतरा के प्रति अवगत कराकर “तंबाकू निषेध” करने के प्रति लोगों को जागरूक करें तथा लोगों के स्वास्थ्य निर्माण में सहयोग करें। एन एस एस कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. विद्यानंद यादव ने बताया कि तंबाकू में मौजूद निकोटीन एक धीमा जहर है, जो धीरे धीरे मानव जीवन का अंत कर देता है। संपूर्ण संसार में लोगों का बेहतर स्वास्थ्य निर्माण के दृष्टिकोण से डब्ल्यूएचओ द्वारा वर्ष 1987 में सर्वप्रथम विश्व तंबाकू दिवस मनाया गया। तंबाकू के भयंकर दुष्परिणाम से बचने के उद्देश्य से हम प्रत्येक वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाते हैं। संपूर्ण विश्व में प्रत्येक वर्ष 70 लाख से अधिक व्यक्ति की मौत तंबाकू सेवन होती हैं। विश्व भर में प्रतिवर्ष लगभग 35 लाख हेक्टेयर भूमि का उपयोग तंबाकू खेती के लिए किया जाता है। विश्व भर में तंबाकू खेती के लिए लगभग 2 लाख हैक्टेयर भूमि के वनों की कटाई प्रत्येक वर्ष की जाती है, जिसका असर पर्यावरण पर पड़ता है। तंबाकू का पौधा जहरीला कचरा पैदा करता है। हवा, पानी और मिट्टी में कई तरह के रसायन छोड़ता है, जिससे भूमि बंजर हो रही है। तंबाकू खेती के लिए बड़ी मात्रा में पानी का उपयोग किया जाता है, जबकि हमारे ग्रह पर पानी का स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है। तंबाकू का उत्पादन व्यावसायिक फसल के रूप में किया जाता है, इसलिए गरीब बच्चे इस व्यवसाय में धकेल दिए जाते हैं। विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2025 का थीम-“अपील को उजागर करना: तंबाकू और निकोटीन उत्पादों पर उद्योग की रणनीति को उजागर करना” रखा गया है। स्वयंसेवकों का कर्तव्य है कि तंबाकू सेवन से उत्पन्न घातक दुष्परिणाम के प्रति लोगों को जागरूक करें। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सचिव श्री कपलेश्वर यादव, प्रो. सुरेंद्र प्रसाद यादव,डॉ हेमंत कुमार,प्रो. अरुण कुमार, प्रो.महेश कुमार सराफ, प्रो.जयप्रकाश प्रसाद यादव, प्रो. कमल किशोर यादव, प्रो. सूर्यनारायण यादव, प्रो. वीरेंद्र कुमार, प्रो.सुरेंद्र कुमार, प्रो. अनिल कुमार, प्रो.राजकुमार यादव, प्रो.रामानंद यादव, प्रो.तरुण कुमार सिंह,द्वितीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रोफेसर कुमारी पूनम, तृतीय इकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. शंभू यादव,सोनू स्नेहिल, अनुपम कुमार तथा अन्य एवं शिक्षकेतर कर्मचारी गण सुरेंद्र कुमार,भूषण कुमार,दिलीप कुमार वाकर,दिग्दर्शन,रंजन कुमार, करण कुमार कुणाल, मुकेश कुमार तथा अन्य एवं एनएसएस के स्वयंसेवक शिल्पी ज्योति, चुनचुन कुमारी, शानू शर्मा, आस्था कुमारी, आकांक्षा, दिव्या कुमारी,आरती कुमारी,सरिता कुमारी,आरती कुमारी,शिवानी साक्षी,प्रियांशु कुमारी,काजल कुमारी,मनीषा कुमारी,कोमल कुमारी,सुमन कुमारी,गणिता कुमारी,नीतीश कुमार,कोमल कुमारी,सोनी कुमारी,नीतू कुमारी,रानी पूजा,आयुषी कुमारी,निधि कुमारी,अंजली कुमारी,सलोनी कुमारी,स्नेहा कुमारी,नीतू कुमार,रिया कुमारी,काजल कुमारी,प्रियंका कुमारी, तथा अन्य उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button