श्री डीह बाबा के नव निर्मित मंदिर में संपन्न हुई प्राण प्रतिष्ठा भव्य आयोजन में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब

श्री डीह बाबा के नव निर्मित मंदिर में संपन्न हुई प्राण प्रतिष्ठा भव्य आयोजन में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाब जे टी न्यूज, पूर, बलिया :
जनपद बलिया के गढ़मलपुर गांव में स्थित श्री डीह बाबा के नव निर्मित मंदिर में पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन सोमवार को वैदिक विधि-विधान, अखंड हरिकीर्तन, और विशेष अभिजीत मुहूर्त में प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा के साथ सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ 5 जून से हुआ था, जिसमें प्रतिदिन धार्मिक अनुष्ठानों और कीर्तन का आयोजन किया गया। आज की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर श्रद्धालु हजारों की संख्या में उपस्थित रहे।अभिजीत मुहूर्त में प्रतिष्ठित हुई डीह बाबा की प्रतिमपुरोहित श्यामा तिवारी, विजय प्रकाश तिवारी, दिनेश पांडेय व अन्य विद्वान ब्राह्मणों द्वारा 11:45 बजे से 12:45 बजे के बीच 17 मिनट के विशेष कालखंड में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच शालीग्राम पत्थर से निर्मित विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न की गई।यह विशेष मुहूर्त स्थिर लग्न एवं अभिजीत काल में आयोजित किया गया, जिसे सनातन परंपरा में अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है।गणमान्य अतिथियों ने की आरती, किया आशीर्वाद प्राप्तसमारोह में यजमान जयशंकर द्विवेदी, सोनू दुबे, युवा शिक्षाविद डॉ. शैलेश कुमार सिंह, समाजसेवी पोला सिंह, लल्लन सिंह, पूर्व प्रधान हेमंत राम, तेज़बहादुर सिंह, संजय सिंह, और रामएकबाल गुप्ता सहित अनेक सम्मानित अतिथि मौजूद रहे।सभी ने डीह बाबा की आरती उतार कर मंदिर परिसर में पुण्य लाभ अर्जित किया और आयोजन समिति की सराहना की।भंडारे में हजारों ने लिया प्रसादसमारोह के उपरांत युवाओं के नेतृत्व में आयोजित विशाल भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम का सफल संचालन जयशंकर द्विवेदी ने किया, जिन्होंने सभी श्रद्धालुओं एवं दानदाताओं के सहयोग के लिए आभार ज्ञापित किया।उपस्थित प्रमुख सहयोगी एवं श्रद्धालुइस दौरान कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे:
दीपक शर्मा, धनंजय सिंह, अविनाश तिवारी, रिशु तिवारी, राहुल तिवारी, रोशन तिवारी, अजय सिंह सोनू, चुन्नू सिंह, डॉ. मोनू, डॉ. मुलायम शर्मा, चंदन सिंह, समर बहादुर सिंह, धर्मेंद्र, राजू, गौरव सिंह, मनोज यादव, शिवम् सिंह, बीर शर्मा, आलोक तिवारी, जनार्दन राम सहित सैकड़ों श्रद्धालु एवं ग्रामवासी।

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