*डी जी पी बिहार से बड़ा है समस्तीपुर मुफ्फसील थाना अध्यक्ष इनके सामने पुलिस विभाग के सभी बड़े पदाधिकारी हो जाते है बौना साबित*


(कार्यालय संवाददाता)
समस्तीपुर::-लगातार खबर मिल रहा है की समस्तीपुर मुफ्फसील थाना क्षेत्र में रोज व रोज कोई न कोई घटना समस्तीपुर घट रहा है|सब घटना के पीछे कोई न कोई पुलिस विभाग के पदाधिकारी का हाथ होने की चर्चा जोड़ो से हो रही है ।

आम जनता में लेकिन उस को उजागर करने की आवश्यकता हम लोग नहीं कर पाते है|लेकिन हर अपराधिक घटनाए एव शराबबंदी के बाद भी लगातार शराब आने की सूचना जब हमारे कार्यालय में पहुँचने लगा तो हमारे समाचार सम्पादक जय शंकर प्रसाद सिंह ने दो महिना पहले से एक निष्पक्ष पत्रकार की गोपनीय टीम का गठन कर जाँच पड़ताल करना शुरू कर दिया जो टीम पुरे जिला के हर अपराधिक घटनाए एव शराबबंदी के बाद शराब आने और बिकने की जाँच की तो चौंकाने वाला रहस्य का पता चला|

जिससे प्रमाणित हुआ की सभी घटना के पीछे समस्तीपुर मुफ्फसील थाना अध्यक्ष ही है कोई दुसरा नहीं है|इसमे यह पता चला की समस्तीपुर शहर के आस पास मुफ्फसील थाना क्षेत्र में करीब छोटा बड़ा मिला कर 15000 हजार से ऊपर एक कमरा का लाँज बना हुआ है|

साथ ही करीब छोटा बड़ा मिला कर करीब दस हजार के आस पास फैमली डेरा है|जहाँ दुसरे जिला के अपराधियों का रैनबसेरा है कोई अपने को छात्र कहकर रह रहा है तो कोई व्यवसायिक कह कर रह रहा है|तो कोई अपने को सरकारी नौकरी में होने की बात कह कर मकान और लाँज किराया पर लेकर रह रहा है|

मकान मालिक और लाँज मालिक को तो सिर्फ अधिक से अधिक किराया चाहिऐ वह किराया दार क्या करता है और वह कौन है इस से कोई लेना देना नहीं है|अपराधियों को भी किराया अधिक है इस से कोई वास्ता नही है उनको तो सुरक्षित स्थान चाहिए|

ये अपराधि अपने जात के अनुसार डेरा रखते है|जिस जात के वह है उस जात बहुल्य जगह पर रहा करते है|और शाम को कभी सब के सब कभी इधर कभी उधर जाकर अपना अपराधिक घटनाए की प्लान बनाते है और अपराधिक घटनाए कर अपने अपने किराया के मकान में आकर छुप जाते है|जहाँ मुफ्फसील थाना अध्यक्ष का संरक्षण प्राप्त मिलता है|सभी धटना में कमिशन के रुप में मोटी रकम अपराधियों थाना अध्यक्ष को दिया करते है|

उसी तरह मुफ्फसील थाना अध्यक्ष के मिली भगत से शराब आते रहता है|दो दिन पहले करोड़ो रुपया का शराब मुसरीघरारी में जो पकड़ा था वह भी शराब मुफ्फसील थाना क्षेत्र में ही आकर उतना था लेकिन मुफ्फसील थाना आने से पहले ही समस्तीपुर जिला कप्तान को इसकी पता चल गया और मुसरीघरारी में ही एन एच पर जप्त हो गया|

जिसके कारण वह अपने जगह पर नहीं पहुच पाया|बताया जाता है की समस्तीपुर मुफ्फसील थाना अध्यक्ष को अपने सह जाती राजनेता का एक दर्जन एम एल और एम एल सी का संरक्षण प्राप्त है जो भाजपा जदयू काँग्रश के है वही एक राज्य सभा संसद और एक लोक सभा संसद का भी संरक्षण इनको प्राप्त है |मुफ्फसील थाना अध्यक्ष का घर भी दरभंगा कमिश्नरी के मधुबनी जिले में पड़ता है|

और ये भाजपा के करीबी है 2015 के विधानसभा चुनाव में वह भाजपा के टिकट पर मधुबनी से चुनाव भी लड़ना चाहते थे|सूत्रों के अनुसार इनका टिकट भी मिलना तय हो गया था लेकिन वी आर एस इनको बिहार सरकार नहीं दिया जिसके कारण यह चुनाव नहीं लड़ पाये थे|

राजनीतिक पहुँच के कारण बिहार के डी जी पी इनके सामने बौना बन गये है दुसरे पुलिस अफसर की बात तो बहुत दुर की बात है|अगर सही ढंग से इनकी सम्पति की जाँच बिहार सरकार कराती है तो करोड़ो की बेनामी सम्पति का पता चल सकता है|लेकिन सरकार में गहरा पैढ के कारण बिहार सरकार इन पर हाथ रखने की हिम्मत नही कर रही है|

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