चंडाही पोखर बना ग्रामीणों का नया आकर्षण केंद्र पंचायत की योजना से हुआ भव्य सौंदर्यीकरण  

चंडाही पोखर बना ग्रामीणों का नया आकर्षण केंद्र पंचायत की योजना से हुआ भव्य सौंदर्यीकरण

जे टी न्यूज, रोसड़ा समस्तीपुर

 

रोसड़ा प्रखंड अंतर्गत आदर्श ग्राम पंचायत राज मोतीपुर का ऐतिहासिक चंडाही पोखर आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। लंबे समय से उपेक्षित पड़े इस तालाब को पंचायत की योजना के तहत नए सिरे से सजाया-सँवारा गया है, जिससे यह न केवल स्थानीय लोगों के लिए मनोरंजन और सुकून का स्थान बन गया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में आकर्षण का केंद्र भी बनता जा रहा है। गांव की पहचान बना यह पोखर अब अपनी सुंदरता और सौंदर्यीकरण की वजह से लोगों को लगातार अपनी ओर खींच रहा है।पंचायत मुखिया प्रेमा देवी और समाजसेवी रंजीत सहनी ने बताया कि तालाब के संपूर्ण विकास कार्य को पंचायत की ही योजना के तहत करवाया गया है। उनका कहना है कि गांव के विकास में प्राकृतिक स्थलों का संरक्षण बेहद महत्वपूर्ण है, और इसी सोच के साथ चंडाही पोखर का सौंदर्यीकरण शुरू किया गया था, जो आज सफल और प्रभावी साबित हो रहा है।तालाब के चारों ओर मजबूत और आकर्षक सीढ़ी घाट का निर्माण करवाया गया है, जिससे न केवल लोगों का बैठना और ठहरना आसान हुआ है बल्कि पोखर की सुंदरता भी बढ़ी है। घाट के किनारों पर सीमेंट से बने बेंच लगाए गए हैं, जहाँ ग्रामीण और आगंतुक लोग बैठकर तालाब की शांत लहरों का आनंद उठाते हैं। शाम के समय यह स्थान विशेष रूप से जीवंत दिखाई देता है, जब आस-पास के गांवों के लोग परिवार के साथ यहाँ घूमने आते हैं और सुखद वातावरण का अनुभव करते हैं।सौंदर्यीकरण के क्रम में गांव की सांस्कृतिक पहचान और स्थानीय कला को भी विशेष स्थान दिया गया है। हाजीपुर की प्रसिद्ध कला शैली को ध्यान में रखते हुए तालाब किनारे आकर्षक कलाकृतियाँ बनाई गई हैं। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की बांसुरी वाला एक सुंदर सेल्फी प्वाइंट भी तैयार किया गया है जो युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय हो रहा है। यहाँ रोज दर्जनों लोग तस्वीरें खिंचवाते हैं, जिससे यह स्थल सोशल मीडिया पर भी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

गांव के कई बुजुर्गों का कहना है कि पहले इस पोखर की हालत ठीक नहीं थी। पानी की सफाई नहीं होती थी, किनारे जर्जर थे और लोग यहाँ रुकना भी पसंद नहीं करते थे। लेकिन पिछले कुछ महीनों में पंचायत द्वारा कराए गए काम ने पोखर की छवि बदलकर रख दी है। अब यहां आकर लोगों को स्वच्छता, सुंदरता और शांति का अनुभव होता है। बच्चे शाम को घूमने आते हैं, महिलाएँ तालाब के किनारे बैठकर समय बिताती हैं और बुजुर्ग भी इसे अपने आराम और बातचीत का स्थान बनाकर खुश नजर आते हैं।

स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि तालाब के सौंदर्यीकरण से गांव की सामाजिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी हुई है। त्योहारों और जल संबंधी परंपराओं को अब और भी सुंदर तरीके से मनाया जा सकता है। पंचायत इस तालाब को आगे और विकसित करने की भी योजना बना रही है, जिसमें प्रकाश व्यवस्था, बच्चों के लिए छोटे मनोरंजन साधन और तालाब की नियमित सफाई के लिए अतिरिक्त व्यवस्था शामिल हो सकती है। चंडाही पोखर का सौंदर्यीकरण केवल एक विकास कार्य नहीं, बल्कि गांव की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रयास है। आज यह पोखर न केवल मोतीपुर पंचायत की शान बन चुका है, बल्कि ग्रामीणों के लिए दैनिक जीवन में सुकून और मनोरंजन का नया केंद्र भी बन गया है। पंचायत की इस पहल ने साबित कर दिया है कि यदि इच्छाशक्ति और सही योजना हो, तो ग्रामीण क्षेत्रों को भी सुंदर, स्वच्छ और आकर्षक बनाया जा सकता है।

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