महुबना के मुखिया संतोष किस्कू को न्यायालय ने किया बरी।
महुबना के मुखिया संतोष किस्कू को न्यायालय ने किया बरी।
26 नवंबर को पुलिस ने नक्सली के आरोप में भेज दिया था जेल।
न्यायालय के द्वारा बरी कर दिए जाने के बाद मुखिया समर्थकों में खुशी की लहर।रा
मगढ़ (दुमका): महूबना पंचायत के मुखिया संतोष किस्कू को एडीजे प्रथम बी. के. यादव की अदालत ने बरी कर दिया है। विगत 26 नवंबर से नक्सली कांड के आरोप में दुमका केंद्रीय कारा में बंद संतोष किस्कू को शुक्रवार को न्यायालय के द्वारा बरी कर दिए जाने के बाद मुखिया समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। न्यायिक प्रक्रिया में विलंब हो जाने के कारण संतोष जेल से बाहर नहीं आ सके शनिवार को संतोष किस्क केंद्रीय कारा से बाहर आएंगे। मुखिया संतोष किस्कू के विरुद्ध किसी तरह का साक्ष्य नही मिलने पर अदालत में उन्हें बरी कर दिया है। बता दें कि वर्ष 2014 मे रामगढ़ थाना क्षेत्र के कडबिंधा मे करीब 2 दर्जन की संख्या में नक्सलियों ने मोबाइल टावर मे प्रवेश कर सेल्टर रुम एवं जेनरेटर मे आग लगाकर क्षतिग्रस्त कर देने की प्राथमिकी तत्कालीन पुलिस निरीक्षक विजय शंकर के बयान पर रामगढ़ थाना में दर्ज की गई थी। सूत्रों की माने तो उक्त प्राथमिकी मे संतोष किस्कू उर्फ संतोष देहरी नाम का जो आरोपी था वह जामताड़ा जिले का रहने वाला था तथा उस कांड में उसकी संलिप्तता भी रही थी फिलहाल वह बेल पर जेल से बाहर है। मगर पुलिस ने आनन-फानन में मुखिया संतोष किस्कू को 26 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।


