महिषी प्रखंड मुख्यालय पर उमड़ा किसान मजदूर का जनसैलाब केन्द्र व राज्य दोनों ही सरकार किसान मजदूर विरोधी – अजय
महिषी प्रखंड मुख्यालय पर उमड़ा किसान मजदूर का जनसैलाब
केन्द्र व राज्य दोनों ही सरकार किसान मजदूर विरोधी – अजय

जे टी न्युज, सहरसा: बिहार राज्य किसान सभा अंचल कौंसिल महिषी, सहरसा के नेतृत्व में भूमिहिनों को वास की जमीन, कोशी कटाव पीड़ित को पुनर्वास, बुढ़िया चौभागा डानैज की डुमरा नवहट्टा से कोपड़िया तक जल जमाव की समस्याओं का स्थाई निदान, बाढ़ पीड़ितों को राहत, दाखिल खारिज में धांधली पर रोक,खाद बीज की कालाबाजारी पर अंकुश ,किसानों का धान का समय पर सरकारी एजेंसियों पर द्वारा न्युनतम समर्थन दर पर खरीद ,कोशी प्राधिकार कानून को लागू करने, वृद्धजनों को 3000 हजार रुपया मासिक पेंशन सहित किसान मजदूरों के अन्य ज्वलंत मुद्दों को लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से 8- 10 किलोमीटर लोंग मार्च करते हजारों की संख्या में महिला पुरुष किसान मजदूर गगनचुंबी नारा लगाते अंचल सह प्रखंड कार्यालय पर रोष पूर्ण प्रदर्शन करते प्रखंड मुख्यालय में सभा में तब्दील हो गया। किसान सभा के अंचल अध्यक्ष नौशाद आलम की अध्यक्षता एवं किसान सभा के जिला संयुक्त सचिव डॉ रामरेख यादव के संचालन में चलें सभा को संबोधित करते सीपीएम विधायक दल के नेता सह विधानसभा सचेतक कामरेड अजय कुमार ने केन्द्र व राज्य सरकार की गरीब विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना किया।

उन्होंने कहा मोदी की सरकार पूंजीपतियों एवं कार्पोरेट घरानों के साथ मिलकर देश को लूट रही है। मेहनत जनता मंहगाई वेरोजगारी से त्रस्त है। जो भी वादे केन्द्र की सरकार ने किया एक भी पुरा नहीं कर पायी सिर्फ मंदिर मस्जिद हिन्दू मुस्लिम धर्म सम्प्रदाय के नाम पर देश को बांटना चाहती है।
सभा को सम्बोधित करते किसान सभा के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव कामरेड अवधेश कुमार ने कहा भाजपा की सरकार किसान मजदूर के धोखा कर कार्पोरेट घरानों को मालामाल कर रही है। लंबी लड़ाई एवं 750 किसानों के शहादत के तीनों काला कृषि कानून तो वापस लिया परन्तु जो वादे किए उससे मुकर रही है। देश का किसान आगे आमचुनाव है मोदी सरकार का हिसाब किताब कर देगा। सभा को संबोधित करते किसान सभा के बिहार महासचिव कामरेड बिनोद कुमार ने कहा बिहार की सरकार के जातिगणना एवं दिये गये आरक्षण का, रोजगार देने के सिलसिले और अच्छे कामों का तो हम समर्थन करते हैं परन्तु बिहार की जो घोषणा कर बारम्बार कहती है कि भुमिहीनों को बसेरा योजना के तहत बास की जमीन, दखल दिहानी योजना के तहत सीलिंग, भूदान आदि के पर्चा धारियों को पर्चा की जमीन पर दखल दिहानी दिलाएंगे इस काम में सरकार फिसड्डी साबित हो रही है। अगर सरकार इस को गंभीरता से नहीं लिया तो किसान सभा जंगजू आन्दोलन करेगी।
सभा को सम्बोधित करते किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त सचिव रणधीर यादव ने गरीबों किसानों मजदूरों के जनकल्याणकारी योजनाओं भारी लूट मची है परन्तु सरकार एवं जिला प्रशासन लाप्रवाह बनी हुई है। उन्होंने कहा सहरसा जिला एवं अंचल प्रशासन के लापरवाही के खिलाफ संपूर्ण जिले में संघर्ष जारी रहेगा।


किसान सभा जिला सचिव कामरेड मिथिलेश मस्तना , जिला अध्यक्ष कृष्ण दयाल यादव, राज्य कमिटी सदस्य गणेश प्रसाद सुमन, कुलानन्द यादव, मनोज शर्मा,नसीम उद्दीन, दिनेश कुमार साह, शिवशंकर शर्मा, संजय पासवान, मनोज कुमार सिंह, जय-जय राम पासवान, मोहम्मद रहमतुल्लाह,शिव कुमार सादा, चंदेश्वरी राम,रेखा मल्लिक, नागेश्वर पासवान, ललित राय, मदन पासवान, पंकज पासवान, श्रीकांत साह, शंभू यादव,फेकन राय, अशोक राय , अरुण सादा मोहम्मद मुर्शीद राजकिशोर शर्मा, राजो राम, मुन्नी देवी, सुशील देवी आदि नेताओं ने संबोधित एवं नेतृत्व किया।महिषी अंचलाधिकारी सभा स्थल पर पहुंच कर 21 सुत्री मांगों का स्मार पत्र लेते एवं प्रतिनिधि मंडल से तमाम मुद्दों पर चर्चा करते जनवरी 2024 तक अंचल स्तरीय सभी मांगों को पूरा करने का स्वासन दिया। भारी भीड़ में घोषणा किया गया कि अगर तय समय-सीमा में मांगें पूरी नहीं हुई तो फरवरी से अगले चरण का आन्दोलन किया जाएगा। 26-27-28 नवंबर को किसान मजदूर द्वारा पटना के महापड़ाव में बड़ी संख्या भाग लेने की अपील भी किया गया।


