विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर आजमनगर में जागरूकता की मिसाल
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर आजमनगर में जागरूकता की मिसाल
जे टी न्यूज, आजमनगर (कटिहार) :
विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर तटवासी समाज न्यास, कटिहार द्वारा आजमनगर प्रखंड में जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की गई। इन कार्यक्रमों ने न सिर्फ बच्चों को जागरूक किया, बल्कि प्रशासनिक और पुलिस महकमे को भी बाल अधिकारों की रक्षा के लिए पुनः संकल्पित किया।
प्रभात फेरी से दी बाल श्रम के विरुद्ध चेतना की गूंज
कार्यक्रम का नेतृत्व संस्था की प्रखंड समन्वयक ममता कुमारी ने किया।
ब्रिज कोर्स सेंटरों से निकली प्रभात फेरी में बच्चों ने हाथों में तख्तियां लेकर समाज को बाल श्रम, बाल विवाह, और बाल शोषण जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ चेताया।
इसके बाद सभी बच्चों को शपथ दिलाई गई कि वे स्वयं इन कुरीतियों से दूर रहेंगे और समाज में इसके उन्मूलन के लिए सजग नागरिक के रूप में काम करेंगे।
पुलिस प्रशासन ने भी लिया बाल अधिकारों की रक्षा का संकल्प
आजमनगर थाना परिसर में थाना अध्यक्ष अरविंद कुमार और बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी दीपक कुमार की अध्यक्षता में सभी पुलिसकर्मियों को शपथ दिलाई गई कि वे इन सामाजिक अपराधों के प्रति कड़ा रुख अपनाएंगे और बाल संरक्षण कानूनों का कड़ाई से पालन करेंगे।
प्रखंड कार्यालय में अधिकारियों की सहभागिता
प्रखंड कार्यालय सभागार में आयोजित संवाद एवं शपथ सत्र की अध्यक्षता बीडीओ देवाशीष कुमार ने की।
उन्होंने कहा:
बाल अधिकारों की रक्षा केवल क़ानूनी दायित्व नहीं, बल्कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बच्चा अपना बचपन खोने को मजबूर न हो।”
सत्र के दौरान अधिकारियों को बाल श्रम निषेध अधिनियम, बाल विवाह निषेध कानून, तथा पॉक्सो एक्ट जैसी विधिक धाराओं से अवगत कराया गया।
विभिन्न विभागों की उपस्थिति और सहभागिता
इस अवसर पर प्रखंड स्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम के अध्यक्ष व सचिव, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ), चिकित्सा पदाधिकारी, शिक्षा पदाधिकारी, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य, पशुपालन, मनरेगा, तथा जीविका से जुड़े अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उद्देश्य: सिर्फ शपथ नहीं, सामाजिक क्रांति की शुरुआत
कार्यक्रम केवल प्रतीकात्मक शपथ तक सीमित नहीं रहा, बल्कि समाज में गहरी चेतना पैदा करने की दिशा में प्रभावशाली संवाद और सहभागिता का उदाहरण भी बना।
वक्ताओं ने दो टूक कहा कि बाल श्रम बच्चों का बचपन लूटता है और भविष्य अंधकारमय बनाता है, इसलिए इसे खत्म करना हर नागरिक का कर्तव्य है।
यह पहल बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए कटिहार जिले में एक मजबूत सामाजिक प्रतिबद्धता का परिचायक है, जो बच्चों को उनके सपनों का आकाश देने की दिशा में एक ठोस कदम है।




