“बाढ़ से पहले चेताया प्रशासन ने, फारबिसगंज में DM उतरे मैदान में”

“बाढ़ से पहले चेताया प्रशासन ने, फारबिसगंज में DM उतरे मैदान में”

जे टी न्यूज, फारबिसगंज :
बिहार में जब बारिश का मौसम दस्तक देता है, तो साथ में बाढ़ का डर भी आता है। लेकिन इस बार प्रशासन पहले से तैयार दिख रहा है। जिला पदाधिकारी अररिया अनिल कुमार ने फारबिसगंज प्रखंड के पिपरा, शाहबाजपुर, ओसरी घाट और कामत घाट का दौरा कर बाढ़ से पहले की तैयारियों को जमीन पर परखा।

निरीक्षण कोई रस्मी कार्यक्रम नहीं था — DM खुद तटबंधों की मजबूती, राहत-बचाव सामग्री, नाव-ट्रैक्टर की उपलब्धता और सुरक्षित स्थानों की व्यवस्था का सटीक जायजा ले रहे थे। उनके साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी, आपदा प्रबंधन टीम और तकनीकी अफसरों की पूरी टीम मौजूद थी।

निरीक्षण के दौरान DM ने दो टूक कहा – “हमारी प्राथमिकता है कि बाढ़ आए तो जान-माल की हानि न हो। जो लापरवाह मिलेगा, वह बचेगा नहीं।”
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि “रिपोर्ट और रजिस्टर से कुछ नहीं होगा, हर तैयारी आंखों से दिखनी चाहिए।”

जनता को भी मिला भरोसा, प्रशासन दिखा ज़मीनी

DM ने क्षेत्रीय ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और उनकी बातों को गंभीरता से सुना। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पहली बार कोई अधिकारी बाढ़ से पहले खुद घाट-घरों तक पहुंचकर तैयारियों की पड़ताल कर रहा है।

बड़ी बात: अब हर तैयारी की होगी मॉनिटरिंग

DM ने यह भी निर्देश दिया कि हर पंचायत स्तर पर राहत सामग्री का रिकॉर्ड, नाव-वाहन की उपलब्धता, और शरण स्थलों की सफाई व बिजली-पानी की स्थिति को नियमित रूप से जांचा जाए।
“कागज पर तैयारी नहीं, ज़मीन पर असर दिखना चाहिए,” उन्होंने कहा।

बाढ़ की आशंका हर साल रहती है, लेकिन असर तब होता है जब प्रशासन वक्त रहते चेत जाए और जनता खुद को अकेला न समझे।
DM अनिल कुमार की यह ज़मीनी पड़ताल सिर्फ निरीक्षण नहीं, एक संदेश है – कि सरकार की नजर और नीयत दोनों मौके पर मौजूद हैं।

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