मुंगेर विश्वविद्यालय में 21 सितंबर को नैक मूल्यांकन पर कार्यशाला

गुणवत्ता सुधार की दिशा में बड़ा कदम, आरडी एंड डीजे कॉलेज बनेगा केंद्रबिंदु मुंगेर।

मुंगेर विश्वविद्यालय में 21 सितंबर को नैक मूल्यांकन पर कार्यशाला

गुणवत्ता सुधार की दिशा में बड़ा कदम, आरडी एंड डीजे कॉलेज बनेगा केंद्रबिंदु

मुंगेर

 

उच्च शिक्षा संस्थानों की गुणवत्ता और विश्वसनीयता अब सीधे नैक मूल्यांकन पर निर्भर करती है। इसी कड़ी में मुंगेर विश्वविद्यालय आगामी 21 सितंबर 2025 को नैक मूल्यांकन पर जागरूकता विषयक एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर रहा है। यह आयोजन आरडी एंड डीजे कॉलेज, मुंगेर के सभागार में विश्वविद्यालय और नैक के संयुक्त तत्वावधान में होगा।

शनिवार को विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय ने कार्यशाला की विवरणिका जारी करते हुए कहा –
“नैक मूल्यांकन अब किसी विकल्प का नाम नहीं बल्कि शिक्षा संस्थानों के अस्तित्व और भविष्य का आधार है। कॉलेज तभी ग्रांट, शोध परियोजनाएँ और बेहतर रैंकिंग पा सकते हैं जब वे नैक के मानकों पर खरे उतरें। यह कार्यशाला हमारे सभी कॉलेजों को तैयारी और आत्ममूल्यांकन का अवसर देगी।”

*प्रमुख मेहमानों की मौजूदगी*

इस कार्यशाला में शैक्षणिक जगत की कई हस्तियाँ शिरकत करेंगी –

मुख्य अतिथि: प्रो. (डॉ.) संजय कुमार, कुलपति, मुंगेर विश्वविद्यालय

विशिष्ट अतिथि: प्रो. (डॉ.) कामेश्वर झा (वाइस चेयरमैन, रूसा, बिहार सरकार) और प्रो. (डॉ.) एन.के. अग्रवाल (डायरेक्टर, हायर एजुकेशन, बिहार सरकार)
डा. घनश्याम राय, कुलसचिव

चेयरपर्सन: प्रो. (डॉ.) बिजेंद्र कुमार, प्राचार्य, आरडी एंड डीजे कॉलेज

आयोजन सचिव: श्री मुनींद्र कुमार सिंह

संयोजक: प्रो. गोपाल प्रसाद चौधरी

सलाहकार: डॉ. के.सी. पटनायक व एस.एम. नायाब (पटना)

संचालन: प्रयोजन तिवारी, डिप्टी रजिस्ट्रार

*प्रतिभाग और शुल्क*

सभी संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्य, IQAC कोऑर्डिनेटर और डाटा एंट्री ऑपरेटर इसमें भाग लेंगे।

रजिस्ट्रेशन शुल्क: प्रति कॉलेज ₹3000, अतिरिक्त फैकल्टी सदस्य हेतु ₹1000।

*कार्यशाला का उद्देश्य*

नैक मूल्यांकन के मापदंडों पर विस्तृत चर्चा।

कॉलेजों को Self Study Report (SSR) तैयार करने में मार्गदर्शन।

संस्थानों की परफॉर्मेंस सुधारने के उपायों पर विचार।

बेहतर नैक ग्रेडिंग से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पहचान की ओर कदम।

*इतिहास और महत्व*

आरडी एंड डीजे कॉलेज का पहला नैक मूल्यांकन वर्ष 2017 में हुआ था। अब संस्थान दूसरे चक्र के लिए तैयार है।

कुलसचिव डॉ. घनश्याम राय ने आगे कहा –
“नैक सिर्फ़ रिपोर्ट कार्ड नहीं है, बल्कि यह कॉलेज के शैक्षणिक और सामाजिक योगदान का आईना है। यह कार्यशाला हमारे कॉलेजों को कमियों को पहचानने और सुधार की दिशा तय करने में मदद करेगी।”

कुलपति प्रो. संजय कुमार ने भी टिप्पणी की –
“127 वर्ष पुराने आरडी एंड डीजे कॉलेज से यह पहल होना गौरव का विषय है। यह कार्यशाला न सिर्फ़ कॉलेज, बल्कि पूरे विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित होगी।”

 

मुंगेर विश्वविद्यालय की यह कार्यशाला केवल एक इवेंट नहीं, बल्कि गुणवत्ता आंदोलन है।


यदि कॉलेज सही दिशा में कदम बढ़ाते हैं तो आने वाले वर्षों में विश्वविद्यालय की नैक ग्रेडिंग मजबूत होगी और बिहार के उच्च शिक्षा संस्थानों को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।

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