डबल इंजन की सरकार को हराओ और इण्डिया गठबंधन की सरकार बनाओ
डबल इंजन की सरकार को हराओ और इण्डिया गठबंधन की सरकार बनाओ

जे टी न्यूज, समस्तीपुर : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पूर्व पोलित ब्यूरो सदस्य का. वृंदा करात आज समस्तीपुर सीपीएम कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो 2014 से प्रधानमंत्री हैं। लेकिन इस बार छठ पर्व के मौके पर उन्होंने घोषणा किया कि मैं छठ पूजा में जमुना नदी पर शामिल होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दूंगा।बिहार विधान सभा चुनाव यह करने को इन्हें मजबूर किया।इसके लिए पूरी तैयारी शुरू कर दी गई । यमुना नदी के एक किनारे पर बांध बनाकर गंदे पानी को निकाल कर साफ पानी उसमें डाला गया। टैंकर से पानी डाला गया । नल से पानी को भरा गया ।इतना ही नहीं पीने के पानी के पानी से उसको भरा गया। जब इसकी सूचना पत्रकारों को मिल गई और यह वायरल हो गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए यमुना नदी पर पीने के पानी से एक गढ़ा बनाया गया। जिसमें खड़ा होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छठ पर्व के मौके पर सुबह का अर्घ्य आदित्य भगवान को देंगे। इसकी सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री ने अपना छठ पर्व पर अर्घ्य देने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया। सवाल उठता है कि छठ पर्व का अपमान किसने किया ?

उन्होंने कहा कि पिछले 11 साल से केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार चल रही है और 20 साल से भाजपा नीतीश कुमार की सरकार बिहार में चल रही है। अपराध चरम सीमा पर है ।रोज हत्याएं हो रही है। कल ही मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या, सिवान में एक पुलिस की हत्या, आरा में दो भाइयों की हत्या और न जाने रोज हत्याओं का सिलसिला बदस्तूर जारी है। छठ के मौके पर महिलाओं के बहनों के चैन छीने गए हैं । पटना राजधानी में निकलना मुश्किल है। यहां अस्पताल में गोलियों से मरीज को भून दिया जाता है ।तो बालिकाओं की शरण स्थलीयों में घुसकर महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है और उसमें प्रशासनिक अधिकारी और बड़े राजनेता शामिल है। स्कैम हर क्षेत्र में हो रहा है। सही मायने में बिहार में जंगल राज चल रहा है।

उन्होंने कहा कि यह डबल इंजन की सरकार पटरी से उतर चुकी है और इस बिहार रूपी ट्रेन में जो जनता बैठी है। उसे सही सलामत ट्रेन से निकाल लिया जाए ।यह बहुत बड़ा सवाल है। बिहार में जमीन का सवाल हमेशा रहा है ।जिस देश में लोगों के रहने के लिए आवास नहीं है। उस देश के प्रधानमंत्री या फिर बिहार के मुख्यमंत्री के मुंह से विकसित राष्ट्र या विकसित बिहार बनाने की बात करना ही बेमानी है ।बिहार के गरीबों को जमीन नहीं दी जा रही लेकिन अदानी के लिए 1050 एकड़ जमीन है। जिसमें 10 लाख से ज्यादा फलदार पौधे लगे हुए हैं।1 रुपए प्रति साल की लीज पर नीतीश जी अदाणी को दे दिए। पता नहीं की इसके अंदर कितने पैसे की डील हुआ है ।यह तो नीतीश और मोदी ही जानते हैं। बिहार के बच्चों का बिहार से बाहर बड़े पैमाने पर पलायन हो रहे हैं। गुजरात ,मुंबई ,मद्रास जैसे अनेक जगहों पर बहुत कम पैसे में किसी तरीके से गुजर बसर कर रहे हैं। इसलिए जरूरत है कि इस बिहार की डबल इंजन की सरकार को समाप्त किया जाए ।तभी बिहार का विकास संभव है ।

बिहार में आज भी 22 लाख से ज्यादा लोग भूमिहीन है। और 25 लाख एकड़ से ज्यादा जमीन सरकार के कब्जे में पड़ा हुआ है। उन जमीनों को गरीबों में बांट दिया जाता। तो बिहार का सर्वांगीण विकास ऐसे ही संभव था। वी लेकिन डबल इंजन की सरकार के पास गरीबों और किसानों के लिए तो कोई सोच ही नहीं है।इसलिए मैं मतदाता भाइयों और बहनों से अपील करने आई हूं कि यह निकम्मी सरकार ,जंगल राज बिहार को बनाने वाली सरकार, नौजवानों को बिहार से निकालकर दूसरे राज्यों में दर दर की ठोकर खिलाने वाली सरकार को अबकी बार चुनाव में परास्त कीजिए और महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार की सरकार को बनाइए। निश्चित रूप से बिहार का सर्वांगीण विकास होगा।
उन्होंने जनता से अपील किया कि इस जंगल राज को आप बिहार से हटाइए। नीतीश कुमार और भाजपा सरकार को इस चुनाव में हराइए।

