बरौनी डेयरी के तीन मृतक परिवारों को चेक प्रदान किया गया
बरौनी डेयरी के तीन मृतक परिवारों को चेक प्रदान किया गया
जे टी न्यूज, बेगूसराय:
बरौनी सुधा डेयरी से संबंध पिढौली दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति के तीन मृतक किसान जिसमें स्व जगदीश कुमर,स्व राजीव कुमर शिक्षक एवं स्व चंद्रभानु कुमर के आश्रितों को 25-25 हजार रुपया बरौनी डेयरी के पूर्व अध्यक्ष श्री मोहन मुरारी सिंह,बरौनी डेयरी के निदेशक मंडल के सदस्य एवं पिढौली दूग्ध समिति के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार एवं बिहार राज्य दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्री अशोक प्रसाद सिंह के द्वारा चेक प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित दुग्ध उत्पादकों को संबोधित करते हुए बरौनी डेयरी के पूर्व अध्यक्ष श्री मोहन मुरारी सिंह ने कहा की पांच पैसा प्रति किलो दूध पर कटौती कर कोष दुग्ध संघ में जमा होता है और समितियों से जुड़े सक्रिय सदस्यों की मृत्योप्रांत उनके आश्रितों को 25-25 हजार रु की सहायता राशि दी जाती है। पूंजी दूग्ध समितियों की होती है जबकि प्रबंधन एवं क्रियान्वयन बरौनी डेयरी के द्वारा किया जाता है।
इस अवसर पर बिहार राज्य दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष श्री अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि किसान जाड़ा,गर्मी एवं बरसात में कमर तोड़ मेहनत कर अपने पशुधन की सेवा कर कठीन परिश्रम से जो दूध रूपी अमृत समाज और देश के लिए पैदा करते हैं। उसका उचित कीमत उन्हें नहीं मिलता है।पूर्व में बरौनी डेयरी से दूध उत्पादकों को जो भी सुविधा मिलती थी, उसे भी वर्तमान प्रबंध निदेशक ने बंद कर दिया है।बरौनी डेयरी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक ने बोर्ड के कुछ सदस्यों को मिलाकर डेयरी को लूटने में लगे है।पशुपालन सचिव एन विजयलक्ष्मी के दबाव के कारण पिछले दिनों गठित लगभग आधा दर्जन से ज्यादा जांच समितियों ने आज तक जांच रिपोर्ट नहीं दिया। बरौनी डेयरी में अध्यक्ष और एम डी मिलकर सैकड़ों करोड रुपए का वारा न्यारा कर रहे हैं। बरौनी डेयरी जो हमेशा लाभ में चला,जिसका देश में प्रथम स्थान था।बरौनी डेयरी की प्रतिष्ठा पूरे देश में थी।सबसे अच्छा दूध बरौनी डेयरी का माना जाता था। आज हमारी सारी प्रतिष्ठा, मान-सम्मान को ध्वस्त कर दिया गया।आज 100 करोड़ रुपया का बरौनी डेयरी पर कर्जा और विगत 7 माह में 39 करोड़ रुपए का घाट का हिसाब दर्शाता है कि अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मिलकर डेयरी को दिन-रात लूटने में व्यस्त है।पशुपालन दूग्ध उत्पादकों के लिए नगदी आमदनी का एक महत्वपूर्ण जरिया है।बरौनी डेयरी बंद होने के कगार पर पहुंच गया है।इसलिए दूग्ध उत्पादकों को बरौनी डेयरी को बचाने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा। बगैर दूग्ध उत्पादकों को संगठित हुए और आंदोलन किए बरौनी डेयरी को आज नहीं बचाया जा सकता है।
इस अवसर पर दूग्ध उत्पादक किसानों को संबोधित करते हुए निदेशक मंडल के सदस्य और पिढौली दुग्ध समिति के अध्यक्ष श्री दीपक कुमार ने कहा कि दुग्ध उत्पादक किसानों का सर्वांगीण विकास करना दूग्ध संघ एवं हमारी समिति का लक्ष्य है।दुग्ध उत्पादकों से अर्जित राशि से ही उसका लाभ योग्य किसानों तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है। दुग्ध सहकारिता की रौशनी हमें हर शोषित पीड़ित दुग्ध उत्पादकों के अंधेरे घरों तक रौशनी पहुंचना हमारा मकसद है। इस अवसर पर प्रतिष्ठित किसान पूर्व सरपंच राम उदय कुमार, गोनी बाबू, रामविलास कुमार,देवनारायण कुमार,राम श्रेष्ठ पासवान, कामेश्वर भगत,राजेश कुमार ने भी अपने विचार को व्यक्त किया।समिति के सभी कर्मचारी इस अवसर पर मौजूद रहे।
